Mool Nakshatra: मूल नक्षत्र को सभी आक्रामक ग्रहों का केंद्र माना जाता है. कई बार ग्रहों की स्थिति पर इसका प्रभाव निर्भर करता है. इसका स्वामी ग्रह केतु है. मूल नक्षत्र में जन्मे बच्चे की पूजा करवाकर नक्षत्र (Nakshatra) शांति करवाई जाती है. जानते हैं मूल नक्षत्र में जन्मे लोगों का व्यक्तित्व और स्वभाव (Behavior) कैसा होता है.
मूल नक्षत्र में जन्मे लोगों की खास विशेषताएं
मूल नक्षत्र में जन्मे लोगों की बात करें तो पुरुष नियम और सिद्धांतों का पालन करते हुए आगे बढ़ते हैं. इन्हें विदेश जाने का भी मौका मिलता है. वहीं, महिलाएं थोड़ी हठी होती हैं, जो इनके लिए नुकसानदेह भी हो सकता है. हालांकि ये दोनों ही पढ़ाई में अव्वल होते हैं. शोध कार्यों में इन्हें सफलता मिलती है. मूल नक्षत्र में जन्म लेने वाले चिकित्सा के क्षेत्र में सफल होते हैं. ये दवा निर्माता या डॉक्टर के साथ ही ज्योतिषी (Astrologer), पुलिस अधिकारी, व्यापारी, नेता आदि कुछ भी हो सकते हैं. इन्हें अपना लक्ष्य साफतौर पर नजर आता है.
होते हैं शांतिप्रिय
मूल नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोगों की बात करें तो इनका स्वभाव मधुर होता है और ये काफी शांतिप्रिय होते हैं. ये किसी भी विपरीत स्थिति का सामना करने में सक्षम होते हैं और कठिनाइयों की परवाह किए बिना अपना काम करते जाते हैं. भगवान पर भी इनकी आस्था होती है. हालांकि कई बार ये लोग बेहद अकेला रहना पसंद करते हैं.
सम्मान को देते हैं महत्व
मूल नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोगों की खासियत यह है कि ये मुश्किलों का सामना करते हुए मंजिल को प्राप्त कर लेते हैं. ये जिस भी क्षेत्र में होते हैं वहां सफल होते हैं. हालांकि इन्हें सम्मान पसंद होता है और ये धन के बजाय सम्मान को महत्व देते हैं.
मूल नक्षत्र में जन्म लोगों के संबंध
चूंकि इन्हें खुद पर भरोसा होता है, इसलिए इन्हें परिवार से किसी लाभ की उम्मीद नहीं होती. इनका वैवाहिक जीवन (Married Life) सुखद होता है. महिलाओं की बात करें तो इन्हें कई बार अपने प्रिय से अलगाव का सामना करना पड़ सकता है. ये लोग कई बार खुद भी कुछ मूडी होते हैं और अचानक से अकेलेपन का शिकार हो जाते हैं.
मूल नक्षत्र में जन्म लोगों का स्वास्थ्य और नकारात्मक बातें
स्वास्थ्य के लिहाज से देखें तो इन्हें पेट से जुड़ी परेशानी होने की संभावना होती है. पुरुषों को पक्षाघात जैसी समस्या भी झेलनी पड़ सकती है. कई बार ये लोग बेहद जिद्दी किस्म के हो जाते हैं और अपनी मनमानी करते हैं. गलत कार्यों में मन लगाने लग जाते हैं. ऐसे में इनके गलत मार्ग जीवन को खराब करने लग जाते हैं. इनमें ईर्ष्या की भावना प्रबल हो जाती है. कई बार देखा गया है कि अपनी शक्ति का दुरुपयोग करते हैं. ये तंत्र-मंत्र के चक्कर में भी पड़ जाते हैं और अपना करियर बर्बाद कर लेते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)