
Gajakesari Rajyog 2025: ग्रह हमेशा गतिमान रहते हैं. इस दौरान वे एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते हैं. इस दौरान विभिन्न ग्रहों के साथ मिलकर वे कई योग भी बनाते हैं. कई योग सकारात्मक तो कुछ नकारात्मक होते हैं. इस क्रम में दिसंबर माह की शुरुआत में देवगुरु बृहस्पति का गोचर होने जा रहा है. गुरु ग्रह 4 दिसंबर 2025 को मिथुन राशि में प्रवेश कर रहे हैं. मिथुन राशि में गोचर के दौरान वे चंद्रमा के संपर्क में आकर महत्वपूर्ण और शुभ योग में से एक गजकेसरी राजयोग का निर्माण करेंगे.
कैसे बनता है गजकेसरी राजयोग
दिसंबर माह की 4 तारीख को गुरु ग्रह मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे. इसके दूसरे दिन यानी 5 दिसंबर को चंद्रमा का गोचर भी मिथुन राशि में होगा. मिथुन राशि में गुरु और चंद्रमा की युति से गजकेसरी राजयोग बनेगा. इसी तरह गुरु के चंद्रमा से केंद्र में, यानी पहले, चौथे, सातवें और 10 भाव में होने पर योग बनता है. यह योग काफी महत्वपूर्ण और शुभ माना जाता है. इस योग के प्रभाव से आर्थिक स्थिति बेहतर होती है. आपके प्रेम संबंध बेहतर रहेंगे और समाज में भी आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी.
गजकेसरी राजयोग के सकारात्मक प्रभाव
- गजकेसरी राजयोग को शुभ योग माना जाता है. इस योग का प्रभाव मेष राशि, मिथुन राशि और कर्क राशि वाले जातकों के लिए अच्छा होगा.
- इस दौरान जीवन में नए बदलाव होंगे और आपको भाग्य का साथ मिलेगा. किसी तरह की कोई चिंता नहीं होगी.
- परिवार में खुशहाली आएगी. संतान से जुड़ी अच्छी खबर भी मिल सकती है.
- अविवाहितों के लिए समय अच्छा रहेगा. उनके विवाह का नया रिश्ता आ सकता है.
- इस दौरान व्यापार में सफलता मिलेगी. करियर को भी नई दिशा मिल सकती है.
- इस योग के प्रभाव से आपकी सेहत भी अच्छी रहेगी.
- जातक की आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी यानी आर्थिक स्थिरता देखने को मिलेगी.
गजकेसरी राजयोग के नकारात्मक प्रभाव
- गजकेसरी राजयोग वैसे तो शुभ होता है, लेकिन अशुभ ग्रहों के प्रभाव में इसके नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं.
- अगर गुरु या चंद्रमा में से कोई भी ग्रह अशुभ ग्रह के प्रभाव में हो, नीच का हो या अस्त हो, तो इस राजयोग का पूरा लाभ नहीं मिलेगा.
- कमजोर और अशुभ ग्रहों के प्रभाव में भी गजकेसरी योग का पूरा लाभ नहीं मिलता.
- आपकी कुंडली में ग्रहों की स्थिति कैसी है, इसका भी प्रभाव देखने को मिलता है.
- अगर बृहस्पति शत्रु के घर में हों और गजकेसरी योग बन रहा हो, तो इसे शुभ नहीं माना जाता है. हालांकि, ऐसे मामले ज्यादा देखने को नहीं मिलते.
निष्कर्ष
किसी की कुंडली में गजकेसरी राजयोग का बनना काफी शुभ होता है. अगर जन्मतिथि के आधार पर गजकेसरी योग बन रहा है, तो यह जातक के लिए काफी अच्छा माना जाता है. हालांकि, कुंडली में यह योग सकारात्मक स्थिति में होने चाहिए. ऐसा न होने पर परिणाम प्रतिकूल हो सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)