सज्जाद लोन जम्मू कश्मीर के उन नेताओं में शामिल हैं, जों अलगाववाद छोड़कर राजनीति की मुख्यधारा में आए हैं.सज्जाद के पिता अब्दुल गनी लोन ने पीपुल्स कॉन्फ्रेंस की स्थापना की थी. वो कश्मीर की स्वायत्ता के समर्थक थे.उनकी 21 मई 2002 दो को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पिता की हत्या के बाद 2004 में सज्जाद लोन ने पीपुल्स कॉन्फ्रेंस की कमान संभाली. वो पीपुल्स कॉन्फ्रेंस को राजनीति की मुख्यधारा में ले आए.
सज्जाद लोन ने 2009 का लोकसभा चुनाव बारामुला लोकसभा सीट से लड़ा था.लेकिन उन्हें नेशनल कॉन्फ्रेंस के सरफुद्दीन शारिक ने हरा दिया था. इसके बाद लोन ने विधानसभा का रुख किया. उन्होंने 2014 में हुए जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में हंदवाड़ा से चुनाव लड़ा. इस चुनाव में उन्हें जीत मिली थी.
सज्जाद लोन ने ब्रिटेन की एक यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र की पढ़ाई की है.उनकी पत्नी आसमां खान के पास पाकिस्तान पासपोर्ट है. वो अलगाववादी संगठन जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के नेता अमानुल्लाह खान की बेटी है. इन दोनों के दो बेटे हैं.
सज्जाद लोन इस बार के विधानसभा चुनाव में दो सीटों हंदवाड़ा और कुपवाड़ा विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं. अपने नामांकन के साथ दाखिल हलफनामे में लोन ने अपने 71 लाख 57 हजार से अधिक की चल संपत्ति का ब्योरा दिया है. इसके अलावा उन्होंने 11 करोड़ रुपये से अधिक की अचल संपत्तियों का भी ब्योरा दिया है.