विवरण
अनूप धानक ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत इंडियन नेशनल लोकदल के साथ की थी. लेकिन जब 2018 में चौटाला परिवार में बगावत हुई तो वे इनेलो छोड़कर अजय सिंह चौटाला की जननायक जनता पार्टी में शामिल हो गए.धानक हिसार की उकलाना विधानसभा सीट से 2014 और 2019 में विधायक चुने गए. वो 2014 में इंडियन नेशनल लोकदल और 2019 में जननायक जनता पार्टी के टिकट पर जीते. अनूप का जजपा प्रमुख अजय सिंह चौटाला का करीबी माना जाता है.
जजपा ने जब 2019 में बीजेपी के साथ सरकार बनाई थी. उस सरकार में दुष्यंत चौटाला के साथ अनुप धानक भी मंत्री बनाए गए थे.वो पुरातत्व-संग्रहालय और श्रम-रोजगार विभाग के राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाए गए थे.लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले जब जजपा और बीजेपी का गठबंधन टूटा तो धानक ने जजपा से दूरी बनानी शुरू कर दी.बाद में वो बीजेपी में शामिल हो गए.बीजेपी ने उन्हें उकलाना से टिकट दिया है. विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान दुष्यंत चौटाला की मां ने अनुप धानक को काला नाग तक कह दिया था.
उकालना से नामांकन के समय जमा कराए गए हलफनामे में धानक ने अपनी संपत्ति 6.59 करोड़ रुपये घोषित की है.इससे पहले 2019 के चुनाव में उन्होंने अपनी संपत्ति पांच साल में उनकी संपत्ति 1.39 करोड़ बताई गई थी.इस तरह उनकी संपत्ति में पिछले पांच सालों में करीब 375 फीसदी का इजाफा हुआ है.
अनूप धानक ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत इंडियन नेशनल लोकदल के साथ की थी. लेकिन जब 2018 में चौटाला परिवार में बगावत हुई तो वे इनेलो छोड़कर अजय सिंह चौटाला की जननायक जनता पार्टी में शामिल हो गए.धानक हिसार की उकलाना विधानसभा सीट से 2014 और 2019 में विधायक चुने गए. वो 2014 में इंडियन नेशनल लोकदल और 2019 में जननायक जनता पार्टी के टिकट पर जीते. अनूप का जजपा प्रमुख अजय सिंह चौटाला का करीबी माना जाता है.
जजपा ने जब 2019 में बीजेपी के साथ सरकार बनाई थी. उस सरकार में दुष्यंत चौटाला के साथ अनुप धानक भी मंत्री बनाए गए थे.वो पुरातत्व-संग्रहालय और श्रम-रोजगार विभाग के राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाए गए थे.लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले जब जजपा और बीजेपी का गठबंधन टूटा तो धानक ने जजपा से दूरी बनानी शुरू कर दी.बाद में वो बीजेपी में शामिल हो गए.बीजेपी ने उन्हें उकलाना से टिकट दिया है. विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान दुष्यंत चौटाला की मां ने अनुप धानक को काला नाग तक कह दिया था.
उकालना से नामांकन के समय जमा कराए गए हलफनामे में धानक ने अपनी संपत्ति 6.59 करोड़ रुपये घोषित की है.इससे पहले 2019 के चुनाव में उन्होंने अपनी संपत्ति पांच साल में उनकी संपत्ति 1.39 करोड़ बताई गई थी.इस तरह उनकी संपत्ति में पिछले पांच सालों में करीब 375 फीसदी का इजाफा हुआ है.