रवींद्र नाथ टैगोर से लेकर इस्मत चुग़ताई और मुंशी प्रेमचंद और लियो टॉल्सटॉय से लेकर गांधी तक की किताबें आपको फ़्री में पढ़नी हों तो किसी अच्छी लाइब्रेरी का ही रुख़ करना होगा. इन दिनों शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को वहां के बस स्टॉप पर ऐसे कई नामचीन लेखकों की किताबों को आसानी से पढ़ने का मौक़ा मिल रहा है