दशकों तक महिला ने दुर्लभ पत्थर को बना रखा था Doorstop, जब पता चली असली कीमत, उड़ गए होश

दक्षिण-पूर्वी रोमानिया में एक नदी के तल में उसे जो पत्थर मिला था. सालों बाद इस पत्थर को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
दशकों तक महिला ने दुर्लभ पत्थर को बना रखा था Doorstop, जब पता चली असली कीमत, उड़ गए होश
बेशकीमती पत्थर को महिला ने बनाया Doorstop, करोड़ों में है कीमत

रोमानिया (Romania) की एक महिला ने अनजाने में 3.5 किलोग्राम (7.7 पाउंड) के एम्बर के टुकड़े (Chunk of amber) को दशकों तक दरवाज़े के स्टॉप के रूप में इस्तेमाल किया. दक्षिण-पूर्वी रोमानिया में एक नदी के तल में उसे जो पत्थर मिला था. सालों बाद इस पत्थर को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. ये अब तक मिले सबसे बड़े अखंड एम्बर के टुकड़ों में से एक निकला, जिसकी कीमत लगभग 1.1 मिलियन डॉलर बताई जा रही है.

एम्बर, एक जीवाश्म वृक्ष राल है, जो बेशकीमती है और आमतौर पर कोल्टी गांव के आसपास पाया जाता है, जहां 1920 के दशक से खनन होता रहा है. महिला द्वारा खोजे गए एम्बर की पहचान रूमानाइट के रूप में की गई, जो अपने समृद्ध लाल स्वरों के लिए जानी जाने वाली एक किस्म है.

एल पैस की एक रिपोर्ट के अनुसार, रोमानियाई अधिकारियों ने इस डली को क्राको (पोलैंड) में इतिहास संग्रहालय के विशेषज्ञों को सौंप दिया, जिसमें अर्ध-कीमती पत्थरों के अध्ययन के लिए समर्पित एक खंड है.

70 मिलियन साल पुराना है पत्थर

पोलिश विशेषज्ञों ने तुरंत एम्बर पत्थर की प्रामाणिकता की पुष्टि की और अनुमान लगाया कि यह 38.5 से 70 मिलियन वर्ष पुराना हो सकता है. "इसकी खोज वैज्ञानिक स्तर और संग्रहालय स्तर दोनों पर बहुत महत्व रखती है."

इस पत्थर को बुज़ौ के प्रांतीय संग्रहालय में रखा गया है. यहां के निदेशक डैनियल कोस्टाचे बताते हैं, कि इसका मूल्य अकल्पनीय है. विशेषज्ञ का दावा है कि यह दुनिया के सबसे बड़े टुकड़ों में से एक है और अपनी तरह का सबसे बड़ा है.

बता दें कि 1991 में महिला के निधन के बाद, उसके रिश्तेदार ने इसके संभावित मूल्य को पहचाना और इसे रोमानियाई राज्य को बेच दिया. क्राको में इतिहास के संग्रहालय के विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया है कि एम्बर की उम्र 38 से 70 मिलियन वर्ष के बीच है.

Advertisement

ये Video भी देखें:

Featured Video Of The Day
Pahalgam Terror Attack के गुनहगारों पर कार्रवाई जारी, 5 आतंकियों के घर ज़मींदोज़ | Hamaara Bharat
Topics mentioned in this article