नानी और दादी के खजाने में क्या कुछ नहीं छिपा होता. उनके बताए नुस्खों में सेहत का खजाना होता है, तो यादों के संदूक में इतने जज्बात और लम्हें कैद होते हैं, जो पूरी जिंदगी पर भारी पड़ते हैं. खासतौर से बात अपने पोते या पोती की होती है तो नानी और दादी की उन्हें देखने की नजर ही कुछ और होती है. एक पोती को इस बात अहसास तब हुआ, जब उसके हाथ अपनी मरहूम दादी की डायरी लगी. इस डायरी में पोती के बचपन से लेकर चलने-फिरने तक की यादें दर्ज थीं. डायरी में लिखा हर लफ्ज, जज्बातों की स्याही में इस कदर डूबा हुआ था कि, पोती भी उसमें डूबती चली गई और उसने डायरी के वो अल्फाज साझा किए तो पढ़ने वाले भी आंखों को नम होने से नहीं रोक पाए.
पोती को मिली डायरी (late grandmother diary secrets)
दादी मां की पुरानी डायरी हाथ लगी नताली कार्लो मेग्नो नाम की महिला के. इस डायरी को पढ़ने के बाद नताली ने इसके कुछ खास हिस्से लोगों के साथ भी शेयर किए. गुड न्यूज मूवमेंट के इंस्टाग्राम पेज पर नताली की दादी की डायरी के पन्ने खूब वायरल हुए, जिसके पहले पेज पर लिखा है कि नताली आज एक हफ्ते की हो गई. नताली जैसे-जैसे ये पन्ने पलटती गईं. उन्हें ये अहसास होता गया कि, दादी मां की डायरी का हर पन्ना सिर्फ उनके आसपास के लम्हों से भरा पड़ा है. इसमें दादी मां ने एक सीक्रेट भी शेयर किया है, जिसके मुताबिक नताली ने पहली बार छह कदम चले, जिसे उनके माता-पिता से पहले दादी ने देख लिया, लेकिन माता-पिता को पूरी खुशी मिले, इसलिए दादी ने इस बारे में कुछ नहीं कहा. जब माता पिता ने नताली को चलते हुए देखा, तब उन्होंने ही दादी को बुलाया और नताली को कदम उठाते हुए दिखाया.
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सबकी प्यारी नताली (woman late grandma diary)
दादी ने इस डायरी में ये भी लिखा कि, 'नताली तुम खुशकिस्मत हो, सब तुम्हें चाहते हैं.' इस डायरी को पढ़ने के बाद यूजर्स भी इमोशनल हो गए हैं. एक यूजर ने लिखा कि, 'मेरी मम्मी भी मेरे लिए डायरी लिखती थीं.' इस यूजर के लिए उस डायरी के जरिए मां उनके लिए आज भी जिंदा है. एक यूजर ने लिखा कि, 'इस खूबसूरत तरीके को देखकर मैंने भी अपने बच्चों के लिए डायरी लिखना शुरू कर दी.' एक यूजर ने लिखा कि, 'ये पढ़ कर मैं रो ही पड़ी.'