महिला ने 1000 रु में खरीदी पुरानी पेंटिंग, घर लाकर देखा तो पता चली असली कीमत, रातोंरात बनी करोड़पति!

एक महिला की उस वक्त किस्मत खुल गई, जब उसने एक पुरानी दुकान से एक पेंटिंग को 1000  रुपये में खरीदा, लेकिन वह एक इंपोर्टेड पेंटिंग निकली.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
1000 रु की खरीदी पेंटिग निकली इंपोर्टेड, इतनी है असल कीमत

किसकी किस्मत कब खुल जाए किसी को नहीं पता. जब वक्त अच्छा हो तो सब चीजें अपने आप ही अच्छी होने लगती हैं. अब पेन्सिलवेनिया की इस महिला को ही देख लीजिए, जिसने एक प्राचीन वस्तुओं की दुकान से 12 डॉलर (1,026 रुपये) में एक पेंटिंग खरीदी, लेकिन जब एक्सपर्ट्स ने इसे देखा तो अनुमान लगाया कि इस पेंटिंग की वास्तविक कीमत 10 लाख डॉलर (8.5 करोड़ रुपये) से भी ज्यादा है. एबीसी न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, माना जा रहा है कि यह पेंटिंग पियरे-ऑगस्टे रेनॉयर की एक दुर्लभ चारकोल ड्राइंग है, जिसे फ्रांसीसी कलाकार ने 1800 के दशक में चित्रित  किया था.

महिला की कैसे खुली किस्मत (Drawing Bought By Woman)

हेइडी मार्कोव नामक महिला, जो प्राचीन वस्तुओं की एक दुकान चलाती है. जनवरी में मोंटगोमरी काउंटी में एक कलेक्टर की नीलामी में उन्हें की एक पेंटिंग मिली. पेंटिंग को देखने के तुरंत बाद, उसने अपने पति से इसे खरीदने को कहा. मार्कोव ने कहा, 'ऐसी पेंटिंग्स थीं, जो 1,000, 2,000, 3,000 डॉलर में बिक रही थीं, मुझे नहीं पता था कि यह क्या है, मुझे बस इतना पता था कि मुझे यह चाहिए, यह आर्ट मेरे लिए कुछ खास थी और मुझे यह सबसे अलग लगी'. मार्कोव के कहने पर उसका पति पेंटिंग को खरीदने के लिए आगे बढ़ा और बाद में उन्होंने बताया कि वो इसे मात्र 12 डॉलर में खरीदकर कर लाए हैं.

किसकी है यह कीमती पेंटिंग ? (Amount of Painting)

घर पहुंचने के बाद मार्कोव ने पेंटिंग के बारे में जानना शुरू किया और उसके पीछे की ओर एक मुहर को देखा, जिससे महिला को पता चला कि इस पेंटिंग को हाई-लेवल इंपोर्ट प्रोसेस द्वारा अमेरिका में लाया गया था, जिसने इसे एक प्रमुख कलेक्टर को बेच दिया था. महिला को इस पेंटिंग पर एक धुंधला हस्ताक्षर भी दिखा, जिसके बारे में एक्सपर्ट्स ने सहमति जताई की कि यह एक महान फ्रांसीसी का है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह पेंटिंग रेनॉयर की पत्नी एलाइन चारिगॉट का एक चित्र है, जो उस समय का है जब 'रेनॉयर प्रकाश और छाया पर बहुत ध्यान देते थे'.
 

पेंटिंग को मोटे दाम में बेचना चाहती हैं महिला (Woman wants to sell painting)

इसके बाद मार्कोव ने प्रतिष्ठित वाइल्डेंस्टीन प्लैटनर इंस्टीट्यूट (WPI) से संपर्क किया, जो न्यूयॉर्क स्थित एक गैर-लाभकारी संस्था है, जो कला इतिहास को संरक्षित करने का काम करती है. वहीं, अब डब्ल्यूपीआई की टीम 10 अप्रैल को इस पेंटिंग को प्रमाणित करने वाली है, जिसे उन्होंने 'कठोर' प्रक्रिया बताया है. मार्कोव ने कहा, 'वे अपने इस विश्लेषण को लेकर काफी सख्त हैं और मैं आशावादी हूं'. मार्कोव इस उम्मीद में है कि वो इस पेटिंग को लाखों रुपये में उस शख्स को बेच देंगी, जो वाकई में पेंटिंग की कदर करता हो और इनकी कीमत समझता हो.

ये Video भी देखें:


 

Featured Video Of The Day
Bihar Fake ADRM Viral Video: TTE से मंगवाया चाय, नाश्ता! ADRM की 2 सवालों में खुली पोल | Top News
Topics mentioned in this article