इंटरनेट पर लोगों के वायरल वीडियो कभी प्रशंसा का विषय बनते है तो कभी आलोचना का. हाल ही में वायरल एक तस्वीर ने जीता है सोशल मीडिया यूजर्स का दिल. लोग छोटी बच्ची के सेल्फ अवेयरनेस और जागरूकता की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं. जी हां, हम बात कर रहे हैं नन्ही लिपवी की जो हैं तो महज तीन साल की लेकिन बेहद स्मार्ट और जिम्मेदार. ये मामला है नागालैंड का, जहां जुन्हेबोटो जिले के घटाशी तहसील में एक बच्ची खुद अपना चेकअप करवाने हेल्थ सेंटर में पहुंची.
खबर के अनुसार, पिछली रात से लिपवी को सर्दी-जुकाम के सामान्य लक्षण थे. क्योंकि उसके माता-पिता खेत में काम करने जा चुके थे इसलिए उसने खुद ही हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में चेकअप के लिए जाने का फैसला किया. नन्ही लिपवी कोरोना महामारी की गंभीरता का ध्यान रखते हुए बाकायदा मास्क लगाकर हेल्थ सेंटर पहुंची. जहां उसे कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर ने देखा. अब बच्ची की डॉक्टर के साथ वाली तस्वीर इंटरनेट पर छा चुकी है. जहां कई लोग बच्ची को जिम्मेदार और बहादुर बता रहे हैं, वहीं कुछ लोग इसे देखकर हैरान भी हैं.
यह तस्वीर ट्विटर यूजर @YepthomiBen ने शेयर की. उन्होंने कैप्शन में लिखा, ‘जब मेडिकल स्टाफ ने 3 साल की लिपवी को हेल्थ सेंटर में देखा तो उनके चेहरे पर मुस्कान आ गई. कथित तौर पर बच्ची को सर्दी-जुकाम के लक्षण थे, लेकिन उसके माता-पिता काम के लिए धान के खेत में जा चुके थे. ऐसे में नन्ही लिपवी ने खुद ही स्वास्थ्य केंद्र जाकर अपना चेकअप कराने फैसला किया.'
इस ट्वीट को अब तक दस हजार से ज्यादा लाइक्स मिल चुके हैं. 1 हजार से ज्यादा लोगों ने इसे रीट्वीट भी किया है. इस फोटो को सोशल मीडिया यूजर्स का भरपूर प्यार मिल रहा है. कई लोग कमेंट कर नन्ही लिपवी की तारीफ कर रहे है. एक यूजर ने लिखा, ‘जहां बहुत से वयस्क अपना टेस्ट करवाने और टीका लगवाने से कतरा रहे हैं, वहीं नन्ही लिपवी अपनी मासूमियत से हम सबको आगे का रास्ता दिखा रही है. जिम्मेदार होना समय की मांग है. मैं आशा और प्रार्थना करता हूं कि नन्ही लिपवी स्वास्थ्य रहें!'
एक और यूजर ने लिखा, "वह एक सोशल हीरो है. छोटी उम्र में इतनी बड़ी जिम्मेदारी. ढेर सारा प्यार और आशीर्वाद. इसे कहते हैं देश का जिम्मेदार नागरिक." इसके अलावा एक अन्य यूजर चिंता व्यक्त करते हुए लिखा, "काफी जिम्मेदार! लेकिन वह खुद कैसे आ गई... क्या वह इतनी छोटी नहीं है कि अकेले बाहर जा सके....बेबी डे आउट!!!" इस पर येप्थोमी ने जवाब देते हुए लिखा कि, "यह गांव में ही है, यह घर से पैदल चलने योग्य दूरी पर है."