बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (Badrinath National Highway) के पास उफनते लामबगड नाले (Lambagad nallah) में फंसी एक कार में सवार लोगों को बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) ने कल बचा लिया. इस खौफनाक मंजर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर अब वायरल हो रहा है. बता दें कि खराब मौसम से जूझ रहे उत्तराखंड में हालात ज्यादा खराब होते जा रहे हैं. खबर है कि भूस्खलन (Landslides) की वजह से तीन बड़े राजमार्ग बंद हो गए हैं. दूसरी तरफ बद्रीनाथ में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है. अभी भी काफी लोग फंसे हुए हैं. मंगलवार को एक वीडियो सामने आया, जिसमें बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन ने तेज उफान वाले नाले में फंसी गाड़ी में बैठे लोगों को बचाया.
न्यूज एजेंसी ANI ने मंगलवार इसका एक वीडियो जारी किया. जिसमें आप देख सकते हैं कि BRO की जेसीबी मशीन कार को मुश्किल हालात से निकाल रही है. ये घटना सोमवार की बताई जा रही है. जानकारी के अनुसार, गाड़ी बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर उफनते लांबगढ़ नाले में फंस गई थी. BRO ने तेज बहाव में फंसी कार को जेसीबी की मदद से सुरक्षित निकाल लिया था.
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इसके अलावा एएनआई ने एक और वीडियो जारी किया है. जिसमें दिखाया गया है कि एसडीआरएफ और पुलिस ने केदारनाथ मंदिर (Kedarnath Temple) से लौटते समय लगातार बारिश के बीच जंगल चट्टी में फंसे करीब 22 श्रद्धालुओं को बचाया. उन्हें गौरी कुंड में शिफ्ट कर दिया गया है. चलने में कठिनाई का सामना कर रहे 55 वर्षीय एक भक्त को स्ट्रेचर पर ले जाया गया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी और राज्य के मंत्री अजय भट्ट से बात कर भारी बारिश से पैदा हुए हालात का जायजा लिया है.
उत्तराखंड में लगातार दूसरे दिन सोमवार को भारी बारिश से नेपाल के तीन मजदूरों समेत पांच लोगों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए.
राज्य आपात अभियान केंद्र ने बताया, कि एक अन्य घटना में चंपावत जिले के सेलखोला में भूस्खलन के बाद दो लोगों का घर ढह जाने से उनकी मौत हो गई.
हिमालय के मंदिरों के लिए वाहनों का संचालन अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है.
ऋषिकेश में यात्री वाहनों को चंद्रभागा पुल, तपोवन, लक्ष्मण झूला और मुनि-की-रेती भद्रकाली बैरियर को पार नहीं करने दिया जा रहा है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वे मौसम सामान्य होने तक दो दिन के लिए अपनी यात्रा टाल दें.
राज्य भर में कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूल सोमवार को बंद रहे, जबकि नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व और विभिन्न वन प्रभागों सहित राज्य के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मंगलवार तक ट्रैकिंग, पर्वतारोहण और शिविर गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया.