लड़कियों का ‘पुचका’ प्रेम अब डेटिंग ऐप के लिए बना ब्रह्मास्त्र, Tinder का ये विज्ञापन देख छूटी लोगों की हंसी

डेटिंग ऐप टिंडर ने भी कुछ इसी तरह की क्रिएटिविटी दिखाई है. कोलकाता के सड़कों पर टिंडर के ये बिलबोर्ड्स वायरल हो रहे हैं.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
लड़कियों का गोलगप्पा प्रेम बना टिंडर का हथियार

बढ़ते सोशल मीडिया के चलन ने डेटिंग ऐप्स (Dating Apps) की प्रासंगिकता को कम कर दिया है. लोग इंस्टाग्राम और फेसबुक पर ही दोस्ती कर लेते है, ऐसे में डेटिंग ऐप्स की जरूरत कम होने लगी है. इस दौर में डेटिंग ऐप्स के विज्ञापन अगर एक्स्ट्रा क्रिएटिव न हों तो उन पर ध्यान आखिर कैसे जाएगा. डेटिंग ऐप टिंडर (Tinder) ने भी कुछ इसी तरह की क्रिएटिविटी दिखाई है. कोलकाता के सड़कों पर टिंडर के ये बिलबोर्ड्स वायरल हो रहे हैं.

कोलकाता एक ऐसा शहर जहां लोगों की खानपान में खास रुचि होती है. शहर की नब्ज को पकड़ते हुए टिंडर ने अपने विज्ञापन को इंटरेस्टिंग मोड़ दिया है. इंस्टाग्राम अकाउंट @ig_calcutta ने टिंडर के इस विज्ञापन के बिलबोर्ड को शेयर किया गया है. खाने पीने के शौकीनों वाले इस शहर में अगर कोई शख्स पुचका वालों का ठिकाना जानता हो तो वह हर लड़की के लिए योग्य और परफेक्ट पार्टनर माना जा सकता है.

बिलबोर्ड में लिखा है, "रेओ के लिए एक प्रेमिका की तलाश है," और फिर उसके सर्वोत्तम गुणों की लिस्ट दी गई है - ये सभी स्पष्ट रूप से रेओ की सबसे अच्छी दोस्त आंचल की तरफ शेयर किए गए हैं, जो उसे प्यार पाने में मदद करने के मिशन पर है. रियो की खासियत बताते हुए ऐड में लिखा है, रेओ शहर के बेस्ट पुचका प्लेसेस जानता है. वह बहुत अच्छा फोटोग्राफर है और तीसरा काठी रोल वह कमाल का बनाता है, एकदम पार्क स्ट्रीट स्टाइल में.

आए मजेदार कमेंट्स

टिंडर के प्रचार का ये तरीका सोशल मीडिया पर चर्चा में आ गया है और लोग इस पोस्ट पर जमकर लाइक्स और कमेंट्स कर रहे हैं. एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा, "अरे, रेओ कहां छिपा है?", जबकि एक अन्य नेटिज़न ने पोस्ट किया, "टिंडर वास्तव में अपने प्रचार के लिए शानदार दृष्टिकोण अपना रहा है, है ना?" एक यूजर ने लिखा, "आंचल, कृपया मेरी दोस्त बनो और मुझे भी तैयार करो, क्योंकि मेरी तो बेकार है."

ये Video भी देखें: भाई-भतीजावाद पर अभिनेत्री अलाया एफ ने कहा, भाई-भतीजावाद की अपनी परतें हैं.

Featured Video Of The Day
IND vs PAK Champions Trophy: मुरादाबाद-संभल के मुस्लिमों ने कैसे मनाया भारत की जीत का जश्न?
Topics mentioned in this article