ऐसी दुनिया में जहां भारतीयों के यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका में बसने की कहानियां प्रचलित हैं, यह सुनना दुर्लभ है कि पश्चिम से लोग भारत को अपना स्थायी घर बना रहे हैं. एक फ्रांसीसी जीन बैप्टिस्ट (jean baptiste) की कहानी भी कुछ ऐसी ही है, जो 21 साल से भारत में रह रहे हैं. बताया जा रहा है कि, वो बतौर छात्र भारत में पढ़ाई करने आए थे, लेकिन अब उन्होंने यहीं घर बनाने का फैसला कर लिया है. हाल ही में अपनी भारत की इस लंबी यात्रा के बारे में जीन बैप्टिस्ट ने बात की और इस जगह की खासियत के बारे में बताया. बता दें कि जीन-बैप्टिस्ट लंबे समय से मुंबई के निवासी हैं.
यूट्यूब वीडियो में कही ये बात
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक विदेशी का वीडियो खूब देखा और पसंद किया जा रहा है, जो अपनी भारत की इस यात्रा के बारे में बता रहा है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'यूट्यूब' के एक वीडियो में जीन-बैप्टिस्ट कह रहे हैं कि, 'आप भारत में कभी अकेलापन महसूस नहीं करते हैं. यहां लोग बेहद नम्र दिल के हैं. भारतीय लोगों में पश्चिमी अहंकार नहीं है और वो आसानी से दोस्त बन जाते हैं.' उन्होंने आगे कहा कि, 'भारत और फ्रांस में कई सांस्कृतिक और सामाजिक समानताएं हैं. दोनों ही देश पारिवारिक संबंधों को महत्व देते हैं. इसके साथ ही अपनी कला और ऐतिहासिक विरासत को सहेजने के लिए जाने जाते हैं.' उन्होंने बताया कि, इतने सालों में भी यहां रहकर उन्हें बाहरी इंसान जैसा महसूस नहीं होने दिया. भारत में रहते हुए उन्होंने भारतीय संस्कृति में रुचि दिखाई. इसके साथ ही यहां की भाषा सीखी और त्योहारों को मनाने लगे.
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हाथ से खाने की लगी आदत
अपने इस यूट्यूब वीडियो में जीन-बैप्टिस्ट ने भारत और फ्रांस के कल्चर में कुछ बड़े अंतर भी बताए हैं, जैसे कि यहां दोस्तों को गले लगा लेना और हाथ से खाना खाना आम बात है. जीन-बैप्टिस्ट ने बताया कि, 'फ्रांस में एक पुरुष का दूसरे पुरुष को गले लगाना सामान्य व्यवहार नहीं है.' शुरुआत में उन्हें ये व्यवहार अजीब लगता था, लेकिन समय के साथ-साथ वे अपनेपन को समझने लगे. जीन-बैप्टिस्ट ने बताया कि, उन्हें अब हाथ से खाने की आदत लग चुकी है. 'मैं जब भी घर जाता हूं तो सलाह जैसी चीजें हाथ से ही खाता हूं, ऐसे में मेरी बहन मुझे देखकर हैरानी जताती है और टोक भी देती है, उसके बाद में सॉरी कहकर कांटे चम्मच से खाने लगता हूं.'
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