तैराक कर रहा था भागने की कोशिश, अचानक मगरमच्छ ने कर दिया Attack और फिर... - देखें Shocking Video

जब झील में एक मगरमच्छ, तैराक का पीछा करने लगा. कैटानो के अनुसार, पीछे आने वाले मगरमच्छ से बचने के लिए शख्स ने तेजी से तैरने की कोशिश की.

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तैराक कर रहा था भागने की कोशिश, अचानक मगरमच्छ ने कर दिया Attack

एक खौफनाक वीडियो ने उस पल को कैद कर लिया है जब एक मगरमच्छ ने ब्राजील में एक तैराक का पीछा किया और उस पर हमला कर दिया. यह घटना शनिवार को पर्यटकों के बीच एक जंगली स्थान पर एक लोकप्रिय झील कैंपो ग्रांडे में लागो डो अमोर झील के पास हुई. हालांकि, मगरमच्छों की उपस्थिति के कारण तैराकों के लिए ऑफ-लिमिट है, इसलिए जब विलियन कैटानो ने एक शख्स को प्रतिबंधित पानी में प्रवेश करते देखा, तो उसने वीडियो बनाना शुरू कर दिया.

उन्होंने कहा, "एक शख्स शाम करीब 4:40 बजे पानी में घुस गया और उस जगह पर तैरने लगा, जहां प्रवेश वर्जित है."

उनका वीडियो उस पल को दिखाता है जब झील में एक मगरमच्छ, तैराक का पीछा करने लगा. कैटानो के अनुसार, पीछे आने वाले मगरमच्छ से बचने के लिए शख्स ने तेजी से तैरने की कोशिश की. फुटेज में गैटोर को तैराक के लिए एक रास्ता बनाते हुए और उस पर हमला करते हुए दिखाया गया है. जो तैराक के हाथ में काटने में कामयाब रहा.

कैटानो ने कहा, "अचानक, एक मगरमच्छ उसका पीछा करना शुरू कर देता है. उसने भागने के लिए तेजी से तैरने की कोशिश की, लेकिन मगरमच्छ उस तक पहुंचने में कामयाब रहा और उस शख्स की बांह पर काटने लगा, जब वो पानी से बाहर आया तो उसकी बांह पूरी तरह से लहूलुहान हो गई थी. और बहुत डरा हुआ था, कह रहा था कि वह नहीं जानता था कि एक मगरमच्छ था."

स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक, लोगों ने हमले के बाद मोबाइल इमरजेंसी केयर सर्विस को फोन किया. तैराक को कोई चोट नहीं आई, सिवाय उसके एक हाथ में मामूली चोट के.

लागो डो अमोर में पिछले पांच साल से गन्ने का जूस स्टैंड चलाने वाले गारापीरा मारिनलवा डी सिल्वा के मुताबिक, यह पहला मौका है जब किसी ने तैरने के लिए पानी में प्रवेश किया है. यह स्थान घड़ियाल की उपस्थिति के लिए प्रसिद्ध है. उसने स्थानीय समाचार वेबसाइट कैम्पो ग्रांडे न्यूज को बताया, "कभी-कभी, बच्चे वहां जाते हैं, लेकिन फिर हम उन्हें बताते हैं कि एक मगरमच्छ है और यह गंदा है और वे वापस आ जाते हैं."

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ऐसा माना जाता है कि तैराकों को पानी से दूर रहने की चेतावनी देने वाले संकेतों की कमी हमले के लिए जिम्मेदार हो सकती है.