यमुना के डूब क्षेत्र में पेड़ों और फूलों के बीच जल्द ही ‘ट्रैकिंग’ एवं ''एडवेंचर ट्रैक'' बनाया जाएगा

राज निवास के एक अधिकारी ने बताया कि प्रादेशिक सेना की इको बटालियन पूर्वी तट पर यमुना के डूब क्षेत्र में पेड़ों, घास और फूलों के बीच कच्चे रास्ते (ट्रैक) का निर्माण करेगी और यह 11 किलोमीटर दूर आईटीओ बराज पर असिता तक होगा. इसमें उसकी मदद दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) करेगा.

विज्ञापन
Read Time: 5 mins

दिल्ली में यमुना के डूब क्षेत्र में पेड़ों और फूलों के बीच जल्द ही ‘ट्रैकिंग' एवं ''एडवेंचर ट्रैक'' बनाया जाएगा. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सिग्नेचर ब्रिज पर ट्रैक के निमार्ण के लिए आधारशिला रखी. वह यमुना के जीर्णोद्धार के लिए राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) की ओर से नियुक्त उच्च स्तरीय समिति के प्रमुख भी हैं.

राज निवास के एक अधिकारी ने बताया कि प्रादेशिक सेना की इको बटालियन पूर्वी तट पर यमुना के डूब क्षेत्र में पेड़ों, घास और फूलों के बीच कच्चे रास्ते (ट्रैक) का निर्माण करेगी और यह 11 किलोमीटर दूर आईटीओ बराज पर असिता तक होगा. इसमें उसकी मदद दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) करेगा.

उन्होंने बताया कि यह ट्रैक आईटीओ बैराज तक गढ़ी मांडू, शास्त्री पार्क, पुराने रेलवे पुल, गीता कॉलोनी पुल और असिता से होते हुए आईटीओ बैराज तक जाएगा. एक जून या इसके बाद तक बुनियादी ट्रैक तैयार हो जाएगा और फिर 'बारह मासी' और 'ऑफिस टाइम' जैसे उपयुक्त पौधे लगाकर आसपास के क्षेत्र का सौंदर्यीकरण किया जाएगा.

इस वीडियो को भी देखें- पत्नी कैटरीना कैफ को लेकर विक्की कौशल ने किए ये बड़े खुलासे

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Union Budget 2025: क्यों 1973 का बजट 'Black Budget' कहलाया? | Indira Gandhi | Yashwantrao Chavan