वैज्ञानिकों (Scientists) को दुनिया की सबसे छोटी मछली (World's Smallest Fish) में से एक मिली है जो बंदूक की गोली जितनी तेज़ आवाज़ निकाल सकती है. द गार्जियन की एक रिपोर्ट के अनुसार, डैनियोनेला सेरेब्रम (Danionella Cerebrum) एक मानव नाखून की चौड़ाई के बराबर होती है और म्यांमार की नदियों में पायी जाती है. 12 मिमी की पारदर्शी मछली 140 डेसिबल से अधिक आवाज पैदा करती है. शोधकर्ताओं का मानना है कि यह प्रजाति अपने आकार के हिसाब से अब तक पाई गई सबसे ऊंची आवाज वाली मछली है. आउटलेट ने आगे कहा कि मछली ध्वनि पैदा करने के लिए किस तंत्र का उपयोग करती है, इसकी जांच करने के लिए उन्होंने एक हाई-स्पीड कैमरे का इस्तेमाल किया. मछली की खोज के बारे में अध्ययन पीएनएएस जर्नल में प्रकाशित किया गया है.
एंबुलेंस जैसी आवाज निकलती हैं मछलियां
यह बर्लिन में चैरिटे विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा किया गया है, जिन्होंने पाया कि मछली में एक यूनिक साउंड प्रोडक्शन सिस्टम है, जिसमें ड्रमिंग उपास्थि, स्पेशल रिब और फैटीग रेसिस्टेंट मसल्स शामिल है. इससे निकलने वाली ध्वनि एम्बुलेंस या सायरन के जैसी होती है.
हालांकि ऐसी प्रजातियां और हैं जो तेज़ आवाज़ निकालती हैं, डैनियोनेला सेरेब्रम को जो चीज़ विशेष बनाती है वह है इसकी ट्रांसपेरेंसी, जो वैज्ञानिकों को मछली के मस्तिष्क को क्रियाशील देखने और उसके व्यवहार को बारीकी से देखने में मदद करता है. बीबीसी ने एक रिपोर्ट में कहा कि जर्मनी में अपनी लैब में इन मछलियों के साथ काम करते समय वैज्ञानिकों को कुछ अजीब चीज़ नजर आई.
अध्ययन के प्रमुख लेखक और चैरिटे विश्वविद्यालय के पीएचडी छात्र वेरिटी कुक ने आउटलेट को बताया, "लोग फिश टैंकों के पास से गुजर रहे थे और वे ये आवाज़ें सुन सकते थे और सोच रहे थे कि वे कहां से आ रहे थे."
विशेषज्ञ ने आगे कहा, "यह पता चला कि वे खुद मछली से आ रहे हैं और यह असाधारण है, क्योंकि वे बहुत छोटे हैं और बहुत तेज़ हैं." वैज्ञानिकों का मानना है कि ये आवाज गंदे पानी में नेविगेट करने में मछलियों की मदद करती होगी या उनकी एक आक्रामक रणनीति होती होगी.