तुर्की में पिछले महीने 6 फरवरी को आए शक्तिशाली भूकंप ने तुर्की-सीरिया क्षेत्र में भीषण तबाही मचा दी थी. जमीन पर अफरा-तफरी का माहौल था. बताया जा रहा है कि, जहां कई इमारतें देखते ही देखते चंद सेकेंड्स में ढह गईं. वहीं कुछ इमारतें दरारों से घिर गईं. वहीं इस बीच तुर्की में कई दिनों तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. इस दौरान रेस्क्यू टीम ने इंसानों के साथ-साथ जानवरों तक सभी को कड़ी मशक्कत के बाद मौत के मुंह से खींच निकाला. हाल ही में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसको जानने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स रेस्क्यू टीम की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं.
दरअसल, हाल ही में तुर्की की एजेंसी डीएचए (डेमिरोरेन न्यूज एजेंसी) और एएफपी द्वारा ली गई और जारी की गई यह हैंडआउट तस्वीरों में बचाव दल द्वारा एक डॉगी को पानी पिलाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि, बचाव दल ने फंसे डॉगी की जान बचाकर, उसको एक नया जीवनदान दिया है. स्थानीय मीडिया ने गुरुवार को बताया कि, पिछले महीने 7.8 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप के 23 दिन बाद बचावकर्मियों ने दक्षिणी तुर्की में एक ढही हुई इमारत से एक डॉगी को जिंदा निकाला.
बताया जा रहा है कि, मध्य तुर्की में एक स्थानीय बचाव दल ने बुधवार को मलबे में फंसे एलेक्स नाम के एक डॉगी की जान बचाई और उसे दक्षिणी शहर अंताक्य के एक पशु संरक्षण संघ हयताप तक पहुंचाया, जहां उसकी अच्छे से देखभाल की जा रही है.
डीएचए समाचार एजेंसी के एक वीडियो में दिखाया गया है कि, कैसे बचावकर्मी कंक्रीट के दो बड़े स्लैबों के बीच फंसे एक डॉगी को कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकालते हैं. जब डॉगी को बाहर निकाला जा रहा था, तब बचावकर्ता को यह कहते हुए सुना गया है कि, 'वह ढही हुई इमारत के मलबे में एक छोटे से गड्ढे में दुबका हुआ है. क्या वो आगे आ रहा है.' बचावकर्ता द्वारा बोला गया, 'आओ एलेक्स....अच्छा किया मेरे बच्चे.'
तस्वीरों में देखा जा सकता है कि, कैसे डॉगी को बाहर निकालते ही बचावकर्मी उसे गले से लगा लेते हैं. इस दौरान वे उसे पानी पिलाते भी नजर आते हैं. सोशल मीडिया पर बचावकर्मियों द्वारा डॉगी को पानी पिलाने वाली ये तस्वीरें सामने आ रही हैं, जिसे देख लोग बचावकर्मियों की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं. बताया जा रहा है कि, डॉगी फिलहाल स्वस्थ्य है.
रेस्क्यू के बाद निजी स्वामित्व वाली डीएचए एजेंसी ने एक स्थानीय व्यक्ति के हवाले से कहा गया है कि, 'हर जीवित चीज हमारे लिए मायने रखती है, फिर चाहे वो इंसान या जानवर.' बताया जा रहा है कि, अब तक आपदा से तबाह हुए शहरों में से एक अंताक्य में स्थानीय लोगों द्वारा पाले गए सैकड़ों बिल्लियां, डॉगी, खरगोशों और पक्षियों को बचावकर्मियों ने बचाया है. पालतू जानवरों के मालिकों और उनक पड़ोसियों के फोन आने के बाद हयताप ने पशु-पक्षियों को मलबे से बाहर निकाला और बचाना शुरू कर दिया.
बता दें कि, मलबे में फंसे पशु-पक्षियों को बाहर निकाले जाने के बाद उन्हें पशु चिकित्सक टेंट में रखा जा गया है, जहां उनके खास देखभाल और उपचार दिया जा रहा है. भूकंप ने तुर्की में 45,000 से अधिक लोगों और पड़ोसी सीरिया में हजारों लोगों की जान ले ली और सैकड़ों हजारों इमारतों को पूरी तरह से तबाह कर दिया.