गर्व है! रोड पर रह रहे 50 बच्चों को गोद लेकर उनकी ज़िंदगी संवार रहे हैं ये शिक्षक

कहते हैं इंसान दिल से बड़ा होता है. जो अच्छे लोग होते हैं, वो समाज को बेहतरीन देने की कोशिश करते हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जो समाज में शिक्षा का प्रसार कर रहे हैं.

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कहते हैं इंसान (Human) दिल से बड़ा होता है. जो अच्छे लोग होते हैं, वो समाज (Society) को बेहतरीन देने की कोशिश करते हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जो समाज में शिक्षा (Education) का प्रसार कर रहे हैं. ऐसे लोग अपनी मेहनत और लगन से समाज को शिक्षित बना रहे हैं. इनका नाम है सुनील जोस, इनका काम है सड़कों पर रह रहे ग़रीब बच्चों को पढ़ाना. ये अपनी मेहनत और लगन से 50 ग़रीब बच्चों (50 Children Adopted) को गोद लेकर आगे बढ़ा रहे हैं. इनकी कहानी जानकर आप इन्हें सलाम करेंगे.

 50 बच्चों की ज़िंदगी संवार रहे हैं

इंडिया टाईम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, सुनील जोस राजस्थान के अज़मेर के रहने वाले हैं. वो उड़ान सोसाइटी में एक प्राइवेट स्कूल टीचर हैं. पढ़ाने के साथ साथ ये गरीब बच्चों की ज़िंदगी भी संवार रहे हैं. सुनील ने उन 50 बच्चों को गोद लिया है, जो आर्थिक रूप से कमज़ोर हैं. उनके पास पढ़ने के लिए पैसे नहीं हैं और भीख मांग रहे थे. सुनील की इच्छा है कि बच्चे भविष्य में अपना नाम रौशन करें

इस कोशिश पर सुनील का कहना है कि उन्होंने इन बच्चों के लिए वैन की भी व्यवस्था की जो उन्हें झुग्गी-झोपड़ियों से उनके स्कूलों तक ले जाएगी. इसके साथ ही इन्हें सरकारी स्कूलों में मिड डे मील भी मिलता है. स्कूल समाप्त होने के बाद वे बच्चे वैन में बैठ कर सुनील के घर आ जाते हैं, जहां उनके लिए एक्स्ट्रा क्लासेज के साथ साथ रात के खाने की व्यवस्था भी होती है. 

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इस नेक काम में सुनील के साथ अन्य शिक्षक भी मदद कर रहे हैं. सुनील गणित के टीचर हैं, ऐसे में सुनील अपनी सैलरी से बच्चों की ज़िंदगी संवार रहे हैं. इसके अलावा बच्चों को शाम के खाने और और कपड़ों की व्यवस्था करते हैं. आज सुनील जैसे शिक्षक ही इस समाज को बेहतरीन बना रहे हैं. हमें सुनील जोस पर गर्व है.

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