इंटरनेट पर पंडित रविशंकर (Pandit Ravi Shankar) के निधन से एक महीने पहले उनके अंतिम संगीत कार्यक्रम का वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में, महान सितार वादक (legendary sitar maestro) को मंच पर प्रदर्शन करते हुए ऑक्सीजन ट्यूबों (oxygen tubes) के सहारे सांस लेते देखा जा सकता है. उनके साथ उनकी बेटी अनुष्का शंकर (Anoushka Shankar) और पंडित तन्मय बोस (Pandit Tanmay Bose) भी थे. तीनों कैलिफोर्निया (California) के लॉन्ग बीच में एक कॉन्सर्ट में परफॉर्म कर रहे हैं. यह आश्चर्यजनक है कि भारत रत्न से सम्मानित (Bharat Ratna-awardee) व्यक्ति 92 साल की उम्र में भी ऑक्सीजन के सहारे एक भी सुर से नहीं चूके. नवंबर में इस परफॉर्मेंस के तुरंत बाद 11 दिसंबर, 2012 को पंडित रविशंकर का निधन हो गया. 20वीं शताब्दी के सबसे प्रभावशाली लोगों में से एक पंडित रविशंकर दुनिया भर के संगीतकारों के लिए प्रेरणा स्रोत रहे हैं.
सोमवार (21 जून) को स्वर्गीय पंडित रविशंकर का कैलिफोर्निया में उनके अंतिम संगीत कार्यक्रम का एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया. सितार वादक, जिनका 11 दिसंबर, 2012 को निधन हो गया, उनको सितार पर परफॉर्म करते हुए ऑक्सीजन ट्यूबों के माध्यम से सांस लेते देखा जा सकता है. तबले पर उनके साथ उनकी बेटी अनुष्का शंकर और पंडित तन्मय बोस भी थ. हालांकि, वीडियो में शानदार संगीतकार 92 साल के हैं और ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं, लेकिन उन्होंने पूरे गाने के दौरान एक भी सुर नहीं छोड़ा. वीडियो को अबतक 10 हजार से ज्यादा बार देखा जा चुका है, कई लोगों ने इसे अविश्वसनीय कहा है.
देखें Video:
महान पंडित रविशंकर के फैन रहे कई लोगों ने सितार वादक की तारीफ करने के लिए ट्विटर पर कमेंट सेक्शन का सहारा लिया. विवेक सेनगुप्ता ने क्लिप को शेयर किया और लिखा, “भारत रत्न पंडित रविशंकर के सार्वजनिक प्रदर्शन की अविश्वसनीय वीडियो क्लिप. वह 92 वर्ष के थे और ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे. लेकिन संगीत एकदम सही था. उनके साथ अनुष्का शंकर भी थीं. तबले पर पंडित तन्मय बोस थे.”
निरुपमा मेनन राव, जो एक फैन हैं, उन्होंने लिखा कि कैसे उन्हें भारत रत्न पुरस्कार विजेता के अंतिम संगीत कार्यक्रम में भाग लेने का सौभाग्य मिला.
पंडित रविशंकर ने वायलिन वादक येहुदी मेनुहिन और बीटल्स गिटारवादक जॉर्ज हैरिसन सहित कुछ महान कलाकारों के साथ सहयोग किया है. उन्होंने 1967 में मेनुहिन के सहयोग से वेस्ट मीट्स ईस्ट के लिए सर्वश्रेष्ठ चैंबर संगीत प्रदर्शन के लिए ग्रैमी जीता. अपने जीवनकाल में, उन्होंने 4 ग्रैमी जीते. शंकर ने महान फिल्म निर्माता सत्यजीत रे की अपु त्रयी के लिए भी संगीत तैयार किया था.