अगर आप भी सोशल मीडिया ब्राउज करते हैं, तो आपको एक छोटे बच्चे का स्मोकिंग करते हुए वायरल हुआ वीडियो जरूर याद होगा, जो एक वायरल सेंसेशन बन गया था. यह बच्चा एल्डी सुगांडा था, जिसे एल्डी रिज़ल के नाम से भी जाना जाता है और इसे ‘इंडोनेशिया (Indonesia) का स्मोकिंग बेबी' के नाम से पहचान मिली थी. पूरे कॉन्फिडेंट से सिगरेट पीते हुए एक छोटे बच्चे का डिस्टर्बिंग वीडियो तेजी से यूट्यूब पर फैल गया और उस देश में तंबाकू संकट का प्रतीक बन गया, जिसे अक्सर तंबाकू उत्पादकों के लिए स्वर्ग माना जाता है.
अब खेती करता है एल्डी
लेकिन अब वह लड़का पूरी तरह बदल चुका है. वह अब 13 साल का है और दक्षिण सुमात्रा के तेलुक केमांग सुंगई लिलिन गांव में रहता है, जहां वह खेतों और बागानों से घिरा हुआ है. सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार, आज, एल्डी एक स्वस्थ और सामान्य लड़का है जो स्कूल जाता है और अच्छे ग्रेड पाता है, लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए, देश के प्रमुख बाल मनोवैज्ञानिक, देश के राष्ट्रीय आयोग के अध्यक्ष डॉ. सेतो मुल्यादी के साथ पुनर्वास में सालों लग गए.
ऐसे बदली जिंदगी
डॉ. मुल्यादी का कहना है कि उन्होंने दौड़ने और खेलने में लड़के का ध्यान भटकाया, जबकि धीरे-धीरे उसके हर दिन पीने वाली सिगरेट की संख्या कम कर दी. लेकिन इलाज गहन था और एल्दी को कुछ महीनों के लिए हर दिन मुल्यादी के साथ रहने के लिए जकार्ता जाना पड़ा.
पेन मेडिसिन की एक रिपोर्ट के अनुसार, इंडोनेशिया वैश्विक तंबाकू उपयोग संकट के केंद्र में है, जहां अनुमान है कि हर दिन 267,000 से अधिक बच्चे तंबाकू उत्पादों का उपयोग करते हैं.