भारत कोविड -19 महामारी की दूसरी लहर के विनाशकारी प्रभाव से जूझ रहा है, ऐसे में कई नए दिशानिर्देश सार्वजनिक क्षेत्रों में डबल मास्क पहनने की सलाह देते हैं, जो महामारी पर अंकुश लगाने का सबसे अच्छा तरीका है. वहीं, कुछ लोग इस बीमारी से लड़ने के लिए अपना अनोखा जुगाड़ (jugaad) लेकर आए हैं.
IPS अधिकारी रूपिन शर्मा (IPS officer Rupin Sharma) द्वारा ट्विटर पर शेयर किए गए एक वीडियो में उत्तर प्रदेश के सीतापुर (Sitapur in Uttar Pradesh) के एक बुजुर्ग शख्स (Old Man) को नीम और तुलसी के पत्तों से भरा जालीदार मास्क (neem and tulsi mask) पहने देखा जा सकता है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रही क्लिप को शेयर करते हुए रूपिन शर्मा ने लिखा, "यकीन नहीं होता कि यह मास्क मदद करेगा... आवश्यकता जुगाड़ की जननी है."
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क्लिप में नजर आ रहा बुजुर्ग नीम और तुलसी के औषधीय गुणों के बारे में बता रहा है और कहता है कि वह जिस मास्क का उपयोग कर रहा है वह सर्जिकल, कपड़े और N95 मास्क से ज्यादा उपयोगी है, जिसका लोग उपयोग कर रहे हैं.
कई लोगों ने इस अजीबोगरीब फेस मास्क की आलोचना की है. एक यूजर ने लिखा, "तुलसी और नीम औषधीय पौधे हैं और माना जाता है कि O2 छोड़ते हैं," उन्होंने कहा, “लेकिन मास्क का एकमात्र उद्देश्य एयरोसोल और एयरबोर्न माइक्रोपार्टिकल्स को फ़िल्टर करना है. इस तरह के अवैज्ञानिक मास्क 1μm = 1000 एनएम के आकार की श्वसन बूंदों को भी फ़िल्टर नहीं करेंगे. ”