जैसा कि हम सभी जानते हैं कि, हर धर्म में मौत के बाद अलग-अलग तरीके से अंतिम संस्कार का प्रावधान है, लेकिन क्या कभी आपने किसी जीवत इंसान के अंतिम संस्कार के बारे में सुना है. अक्सर ऐसा सिर्फ फिल्मों और सीरियल में ही देखने और सुनने को मिलता है, लेकिन असल जिंदगी में एक महिला ने किसी इंसान का नहीं, बल्कि अपनी ही नाक का अंतिम संस्कार (Funeral of nose) कर डाला. सुनने में हैरानी जरूर होगी, लेकिन ये सच है.
हाल ही सोशल मीडिया पर एक चौंका देने वाली खबर सामने आ रही है, जिसके बारे में जानकर आप भी एक मिनट के लिए कंफ्यूज हो जाएंगे. दरअसल, ब्रिटेन की सोफी नाम की एक महिला ने अपनी ही नाक का अंतिम संस्कार (Britain woman nose funeral) कर डाला. हैरानी की बात तो ये है कि, इस अजीबोगरीब अंतिम संस्कार में महिला के दोस्त भी बढ़चढ़ कर शामिल हुए. इस दौरान सभी काले रंग के कपड़ों में महिला की नाक के अंतिम संस्कार सभा में पहुंचे थे.
डेली स्टार न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, सोफी नाम की ब्रिटेन की एक महिला ने हाल ही में अपनी नाक का अंतिम संस्कार (Britain woman nose funeral) किया है. इसके पीछे की वजह जानकर आप भी अपना माथा पकड़ लेंगे. बताया जा रहा है कि, महिला अपनी नाक से खुश नहीं थी. यही वजह थी कि, वह प्लास्टिक सर्जरी से उसे ठीक करवाना चाहती थी. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, नाक की प्लास्टिक सर्जरी को रीनोप्लास्टी (rhinoplasty) कहते हैं. इस सर्जरी की मदद से नाक के शेप को सुधारा जाता है. कहा जा रहा है कि, सोफी अपनी नाक की सर्जरी के लिए तुर्की जाने वाली हैं, जहां काफी कम कीमत में सर्जरी करवाई जा सकती है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों में देखा जा सकता है कि, सोफी के कई दोस्त उसकी इस अजीबोगरीब नाक के अंतिम संस्कार में काले कपड़ों में पहुंचे हैं. जैसा कि सभी जानते हैं कि, विदेशों में लोग अंतिम संस्कार के मौके पर काले कपड़े ही पहनते हैं. इस आयोजन में खाने से लेकर शराब तक का इंतजाम था. यही नहीं केक भी काटा गया, जिस पर सोफी की नाक की जन्म तिथि और मरने की तिथि लिखी हुई थी. तस्वीर में केक पर लिखा दिखाई दे रहा है 2000 से लेकर 2023 तक का समय. इस दौरान कुछ लोग बड़े साइज वाले नाक के मास्क भी पहने नजर आए.
आखिर में नाक के अंतिम संस्कार के बाद सभी ने सोफी को प्लास्टिक सर्जरी के लिए शुभकामनाएं दी गईं. इसके साथ उन्हें तुर्की जाने के लिए अलविदा भी कहा. कहा जा रहा है कि, सोफी अपनी नाक से नाखुश थीं और वो उसे सुधारना चाहती थीं. वहीं कई लोग उन्हें ऐसे भी मिले, जिन्होंने सोफी को नाक की सर्जरी ना करवाने की सलाह दी.