एक ही घर में मिले कोबरा और उसके 26 बच्चे, वन विभाग ने किया रेस्क्यू, सुरक्षित जंगल में छोड़ा

कोबरा सांप और उसके 26 बच्चों को देखकर गांव में खलबली मच गई. कोबरा के मिलने की जानकारी तुरंत वन विभाग को दी गई जिसके बाद मदर कोबरा सांप और उसके बच्चों को रेस्क्यू किया गया.

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एक ही घर में मिले कोबरा और उसके 26 बच्चे, वन विभाग ने किया रेस्क्यू, सुरक्षित जंगल में छोड़ा

उड़ीसा के कालाहांडी जिले के घर में उस वक्त हंगामा मच गया जब एक साथ एक ही घर में एक मदर कोबरा और उसके 26 बच्चे देखे गए. इतनी बड़ी संख्या में मदर कोबरा सांप और उसके 26 बच्चों को देखकर गांव में खलबली मच गई. कोबरा के मिलने की जानकारी तुरंत वन विभाग को दी गई जिसके बाद मदर कोबरा सांप और उसके बच्चों को रेस्क्यू किया गया. सोशल मीडिया पर मदर कोबरा और उसके बच्चों की तस्वीर है तेजी से वायरल हो रही हैं.

ओडिशा के कालाहांडी जिले के एक गांव के घर में मदर कोबरा के होने की जानकारी मिली थी. इस घर में सिर्फ मदर कोबरा ही नहीं बल्कि उसके 26 छोटे बच्चे भी मौजूद थे. इस बात की जानकारी जब वन विभाग को मिली तो मौके पर वन विभाग की टीम पहुंची और साथ ही स्नेक रेस्क्यू करने वाले को भी बुलाया गया. कुछ ही देर बाद सांपों को रेस्क्यू कर सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया गया.

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कालाहांडी वन विभाग के स्नेक रेस्क्यूअर वीरेंद्र कुमार साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि, कोबरा मां के साथ उसके सभी 26 बच्चों को प्राकृतिक आवास में सुरक्षित छोड़ दिया गया है. इतनी बड़ी संख्या में एक साथ सांपों के मिलने से जाहिर है लोगों के मन में डर बैठ गया है. सर्प विशेषज्ञ बताते हैं कि बरसात के मौसम में तेज बारिश के चलते सांप के बिल में पानी भर जाता है और कई बार उनमें मिट्टी भी भर जाती है. ऐसे में बारिश का दौर थमने और तेज धूप निकलने के बार सांप अपने बिलों से बाहर निकलते हैं और लोगों के घरों में घुस जाते हैं.  क्योंकि घरों में उन्हें ठंडक महसूस होती है.

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मां कोबरा और उसके बच्चों को छोड़ते हुए की ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है. कोबरा सांप और उसके 26 बच्चों को सुरक्षित जंगल में पहुंचते देख कई लोग सोशल मीडिया पर स्नेक रेस्क्यू करने वाले का धन्यवाद अदा कर रहे हैं. ट्विटर पर कई लोगों ने इस तस्वीर पर कमेंट किया है. कोई इसे सुखद दृश्य बता रहा है तो एक यूज़र ने कमेंट करते हुए लिखा कि, स्नेक रेस्क्यू करने वाले को सम्मानित किया जाना चाहिए.

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