योग सिर्फ ज़िंदगी नहीं, बल्कि एक दर्शन है. योग करने से तन,मन और चित्त हमेशा प्रसन्न रहता है. योग करने वाले हमेशा निरोग रहते हैं. आज हम आपको शिवानंद बाबा के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने योग को एक नई पहचान दी है. वर्तमान में इनकी उम्र 123 साल है, लेकिन हौसला एकदम जवान की तरह है. आज के समय में हमारे लिए ये एक प्रेरणा हैं. अभी हाल ही में बाबा को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. इनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है.
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वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे बाबा योग को साधना मान रहे हैं. इस वीडियो को आईएएस अधिकारी सोनल गोयल ने शेयर किया है. वीडियो में उन्होंने लिखा है- ये योगा की शक्ति है. 123 साल के योग गुरु स्वामी शिवानंद को पद्मश्री सम्मान मिला है. इन्होंने अपनी मेहनत और लगन से एक अलग ही पहचान बनाई है.
शिवानंद बाबा का जन्म 8 अगस्त 1896 को श्रीहट्ट जिले (अब बांग्लादेश में मौजूद है) के एक गरीब परिवार में हुआ था. आर्थिक तंगी के कारण उन्हें जय गुरूदेव को सौंप दिया था. सन 1903 में वापस अपने गांव लौट कर गये, तो पता चला कि उनके मां-पिता नहीं रहें. अंत में उन्होंने आश्रम में लौटने का फैसला लिया. उसके बाद से शिवानंद बाबा ने योग को ही अपनी ज़िंदगी बना ली.
इस वीडियो को देखने के बाद लोग सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. एक यूज़र ने कमेंट करते हुए कहा- ये वाकई में हमारे लिए प्रेरणा हैं. वहीं एक अन्य यूज़र ने कमेंट करके बोला कि ऐसे लोग ही भारत को महान बनाते हैं.