आज कल सोशल मीडिया का जमाना है. इंटरनेट की स्पीड इतनी है कि ज़िंदगी डिजिटल हो गई है. खाने से लेकर शॉपिंग तक हम अब ऑनलाइन करने लगे. शिक्षा से लेकर व्यापार तक अब ऑनलाइन हो गए हैं. जहां इंटरनेट के फायदे हैं, वहीं इंटरनेट के नुकसान भी हैं. कई ऐसी जानकारियां होती हैं, जो समाज और देश के लिए ख़तरनाक होती हैं. अब दिल्ली से सटे गाज़ियाबाद का ही एक मामला देख लीजिए. 8वीं पास एक लड़के (Youth Learned to Make Fake Currency Notes From YouTube) ने Youtube से सीखा कि कैसे नकली नोट बनाते हैं, सीखने के बाद इस लड़के ने कई नकली नोट छापे और फिर उसे मार्केट में भी चला दिया. फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में है.
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जानकारी के मुताबिक, गाजियाबाद में एक अकेला शख्स पैरेलल भारतीय अर्थव्यवस्था चला रहा था. गाजियाबाद के थाना साहिबाबाद इलाके में खुशी मोहम्मद नाम का यह शख्स अकेला ही नकली नोट छपता था. पुलिस ने उसके कब्जे से 500 के 128, 200 के 80 और 100 के 140 नोट बरामद किए हैं, जो कुल रकम 94000 होती है. साथ ही इन नोटों की छपाई के लिए A4 साइज का पेपर इस्तेमाल करता था. इसके अलावा पुलिस ने उसके कब्जे से प्रिंटर, नोटों पर चिपकाने के लिए हरे रंग की टेप नोट को साइज देने के लिए कटर स्केल और नोटों को चिपकाने के लिए फेविकोल की डिब्बी आदि बरामद की है.
पुलिस ने जानकारी दी है इसने यूट्यूब से नकली नोट बनाना सीखा था और पूरे 20 दिन की प्रैक्टिस की थी. उसके बाद यह मार्केट में नकली नोट चलाने लगा यह 100000 के नकली नोट 35000 में दिया करता था. पुलिस को काफी दिनों से इलाके में नकली नोट के चलन की जानकारी मिल रही थी उसके बाद पुलिस ने मुखबिर को इससे सौदा करवाया तब जाकर यह पकड़ में आया हैरानी की बात यह है कि बताया गया है इसके द्वारा प्रिंट किए गए नोट हुबहू असली से होते थे.
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