UP के किसान के बगीचे में ₹3.50 लाख/KG वाले आम? बेचना नहीं, राष्ट्रपति, PM और CM को चाहता है खिलाना

यह आम खाने में बेहद मीठा होता है और यह एंटीऑक्सीडेंट, बीटा-कैरोटीन और फोलिक एसिड से भरपूर है. इसे खाने से कैंसर की बीमारी में काफी राहत मिलती है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
सहारनपुर:

यूपी के सहारनपुर के बलियाखेड़ी में किसान संदीप चौधरी के दो पेड़ों में लगेे फल चर्चा में हैं. इस 'मियाजाकी' आम की कीमत प्रति किलो 2.70 लाख से 3.50 लाख रुपये है. यह आम जापान के मियाजाकी यूनिवर्सिटी में विकसित हुई है. इस आम का जापानी नाम 'टाइयो नो टमैंगो' है, इसका मतलब 'सूर्य का अंडा' है. संदीप चौधरी ने इस आम के दो पेड़ लगा रखे हैं. दोनों पेड़ों पर सिर्फ तीन आम लगे हैं. इस आम को वह बेचने की बजाय राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को खिलाना चाहते हैं.

यह आम खाने में बेहद मीठा होता है और यह एंटीऑक्सीडेंट, बीटा-कैरोटीन और फोलिक एसिड से भरपूर है. इसे खाने से कैंसर की बीमारी में काफी राहत मिलती है.

किसान संदीप चौधरी ने बताया कि नौ महीने पहले इस आम के दो पौधे को कोलकाता से मंगाया था, एक पेड़ के लिए उन्होंने 7500 रुपये चुकाए थे. दोनों पेड़ को उन्होंने अपने ऑर्गेनिक बगीचे में लगाए. पेड़ की ऊंचाई केवल ढाई से तीन फीट है. एक आम का वजन 300 से 350 ग्राम तक होगा. अगस्त में ये आम पूरी तरह से तैयार हो जाएगा.

संदीप कहते हैं कि उनके पास आम खरीदने के लिए फोन कॉल भी आ रहे हैं. सूरत के एक कपड़ा व्यापारी प्रवीण गुप्ता लगातार फोन कर इस आम को खरीदने की इच्छा जता रहे हैं. आम को खुद ही तोड़ने की बात भी कह रहे हैं. लेकिन वह इस आम को बेचना नहीं चाहते हैं. वो पेड़ के पहले फल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को खिलाना चाहते हैं.

Advertisement

उन्होंने बताया कि आम की निगरानी के लिए पीटीजेड सीसीटीवी लगाया गया है, यह 360 डिग्री पर घूमता है. अगर कोई बगीचे में आता है, तो कैमरा आवाज करने लगता है. इसका अलर्ट संदीप के मोबाइल पर चला जाता है. ये कैमरा सेंसर युक्त है, जो सोलर एनर्जी से चलता है. खेत में आने वाले व्यक्ति का फोटो ऑटोमेटिक सेव हो जाता है.
 

Advertisement
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Iran Israel War में America की Entry से होगा तीसरा विश्व युध्द? | Donald Trump | Benjamin Netanyahu