शख्स ने किया अनोखा कारनामा, गर्लफ्रेंड को सीमेंट की रिंग पहनाकर किया प्रपोज, इसके पीछे की वजह कर देगी हैरान

चीन में एक व्यक्ति ने अपनी होने वाली पत्नी को आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली धातु या पत्थर के आधार के बजाय कंक्रीट से बनी सगाई की अंगूठी देकर सोशल मीडिया को चौंका दिया है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
चीनी शख्स ने होने वाली पत्नी को पहनाई सीमेंट की रिंग

खूबसूरत हीरे से जड़ी अगूंठी पहनने का सपना हर लड़की देखती है. सगाई की अंगूठी बेहद खास होती है और आमतौर पर इसे महंगे धातु और स्टोन से बनाया जाता है, लेकिन चीन के एक व्यक्ति ने अपनी सगाई की अंगूठी के साथ जो एक्सपेरिमेंट किया उसकी सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है. चीन में एक व्यक्ति ने अपनी होने वाली पत्नी को आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली धातु या पत्थर के आधार के बजाय कंक्रीट से बनी सगाई की अंगूठी देकर सोशल मीडिया को चौंका दिया है.

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट (SCMP) के अनुसार, 36 वर्षीय याओ गुओयू इस अनूठी रचना के पीछे के व्यक्ति हैं. वह चीन में सिंघुआ विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र हैं और नैनो सिलिकॉन आयन सामग्री के अपने आविष्कार के लिए जाने जाते हैं जो दुनिया में सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाने वाली निर्माण सामग्री की जलरोधी गुणवत्ता और जीवनकाल को बढ़ाता है. उनके आविष्कार का उपयोग बीजिंग 2022 विंटर ओलंपिक एरेना में भी किया गया था.

मिला ये अवार्ड

SCMP के अनुसार, गुओयू ने अपने आविष्कार के लिए 2016 में सिंघुआ किहांग स्कॉलरशिप गोल्ड अवार्ड जीता और यह पुरस्कार समारोह में ही था कि उन्होंने अपनी प्रेमिका, जो अब उनकी पत्नी है, उसको एक सीमेंट की अंगूठी के साथ प्रपोज किया, जिसे उन्होंने अपने आविष्कार से बनाया और स्प्रे किया था. चीनी सोशल मीडिया ऐप वीबो पर साझा किए गए एक वीडियो में 36 वर्षीय व्यक्ति को अपने साथी को सीमेंट की अंगूठी देते हुए दिखाया गया. उन्होंने कहा, "अंगूठी से पता चलता है कि हमारा प्यार 100 साल में भी खराब या कम नहीं होगा."

हालांकि, सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स ने गुओयौंद की आलोचना की और उन पर अपनी गर्लफ्रेंड को फैंसी गोल्ड या डायमंड की अंगूठी नहीं, बल्कि कंक्रीट भेंट करने के लिए "सस्ती और कपटी" होने का आरोप लगाया. लेकिन कुछ यूज़र्स को उनका यह इशारा रोमांटिक भी लगा.

ये Video भी देखें:

Featured Video Of The Day
Election Results: आखिर हर चुनाव में Rahul Gandhi क्यों हो जाते हैं फिसड्डी? आंकड़ों से समझिए
Topics mentioned in this article