कोविड वैक्सीन लगवाने के लिए पिता को 6 घंटे तक पीठ पर बैठाकर चला शख्स, लोग बोले- आधुनिक श्रवण कुमार

तस्वीर में 24 वर्षीय तावी अपने 67 वर्षीय पिता को पीठ पर बैठाए हुए दिखाई दे रहे हैं, जब उन दोनों को टीका लगाया गया था. टावी अपने पिता के साथ टीकाकरण स्थल तक पहुंचने के लिए 6 घंटे तक चला और फिर वापस जाने के लिए 6 घंटे और चला.

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कोविड वैक्सीन लगवाने के लिए पिता को 6 घंटे तक पीठ पर बैठाकर चला शख्स

ब्राजील के अमेज़ॅन में एक स्वदेशी शख्स COVID-19 वैक्सीन लगवाने के लिए अपने पिता को पीठ पर बैठाकर ले जा रहा था, जिसकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. तस्वीर में 24 वर्षीय तावी अपने 67 वर्षीय पिता को पीठ पर बैठाए हुए दिखाई दे रहे हैं, जब उन दोनों को टीका लगाया गया था. टावी अपने पिता के साथ टीकाकरण स्थल तक पहुंचने के लिए 6 घंटे तक चला और फिर वापस जाने के लिए 6 घंटे और चला.

वायरल तस्वीर को क्लिक करने वाले डॉ एरिक जेनिंग्स सिमोस ने कहा, कि वाहू को शायद ही कुछ दिखाई दे रहा था और पुरानी मूत्र संबंधी समस्याओं के कारण मुश्किल से चल पा रहा था.

डॉ सिमोस ने बीबीसी न्यूज़ ब्रासील को बताया, "यह उनके बीच के प्यारे रिश्ते का एक बहुत ही सुंदर प्रमाण था." हालांकि, यह तस्वीर जनवरी 2021 में शूट की गई थी जब देश में COVID-19 के खिलाफ टीकाकरण अभियान शुरू हुआ था, डॉक्टर सिमोस ने इसे इस साल 1 जनवरी को इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया. डॉक्टर ने इसे "2021 का सबसे उल्लेखनीय क्षण" कहा.

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वायरल तस्वीर इस बात का प्रतीक है कि दुनिया के सबसे दूरस्थ क्षेत्रों में से एक में टीकाकरण अभियान कितना जटिल है. तावी और वाहू ज़ो'ए स्वदेशी समुदाय से हैं. समुदाय उत्तरी पारा राज्य के दर्जनों गांवों में सापेक्ष अलगाव में रहता है.

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जब ब्राजील में टीकाकरण अभियान शुरू हुआ, तो स्वदेशी लोगों को प्राथमिकता समूह माना जाता था. यदि अधिकारी प्रत्येक गाँव में जाते, तो वे इतने दूर थे, इसके कारण सभी को टीकाकरण करने में हफ्तों लग जाते. रेडियो संचार के माध्यम से समुदायों के साथ एक  टीकाकरण प्रणाली पर सहमति व्यक्त की गई थी. ज़ो'ए लोगों की संस्कृति और ज्ञान को ध्यान में रखते हुए जंगल में झोपड़ियों की स्थापना की गई.

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आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, ब्राजील में कोविड-19 के कारण 853 स्वदेशी लोगों की मौत हुई है. हालांकि, स्वदेशी अधिकार समूहों का कहना है कि यह संख्या बहुत अधिक है. वाहू की मृत्यु उन कारणों से हुई जो पिछले साल सितंबर में अस्पष्ट रहे. तावी अपने परिवार के साथ रहता है और हाल ही में उसे वैक्सीन का तीसरा डोज लगा है.

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