मैसूर (माइसुरु) स्थित इंफोसिस कैंपस (Infosys campus) में 31 दिसंबर को एक तेंदुए के दिखने से सुरक्षा बढ़ा दी गई और कर्मचारियों (employees) को वर्क फ्रॉम होम एडवाइजरी (work-from-home advisory) जारी की गई. बुधवार को थर्मल ड्रोन की मदद से तेंदुए (Leopard) को तीसरी बार पकड़ने के बाद यह घटना (incident) सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई. वाइल्ड विज़िटर ने न केवल रोज़मर्रा के कामकाज को बाधित किया, बल्कि इंटरनेट पर वर्क कल्चर पर मीम्स की बाढ़ भी ला दी.
वर्क कल्चर पर मीम्स की बौछार
इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति (Infosys co-founder Narayana Murthy) द्वारा हाल ही में दिए गए बयान- "युवा भारतीयों को देश को ग्लोबल लेवल पर प्रतिस्पर्धा के लिए हर हफ्ते 70 घंटे काम करना चाहिए" पर मीम्स ने खासा तंज कसा. वाइल्डलाइफ और वर्क एथिक्स के इस अनोखे मेल ने ऑनलाइन मज़ाक और चुटकुलों का परफेक्ट कॉम्बिनेशन बना दिया.
एक यूजर ने लिखा, "इंफोसिस कैंपस में तेंदुआ पकड़ा गया, ट्रेनिंग दी गई और उसे काम पर लगा दिया गया." दूसरे यूजर ने मजाक में लिखा, "अपडेट: तेंदुए ने इंफोसिस में जूनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में जॉइन कर लिया. अब हर हफ्ते 70 घंटे काम करने को मजबूर है."
एक अन्य यूजर ने हाल ही में एलएंडटी चेयरमैन के 90 घंटे वर्कवीक के बयान का जिक्र करते हुए लिखा, "अच्छा हुआ कि वह एलएंडटी कैंपस में नहीं गया."
जंगल से ऑफिस तक का सफर
फॉरेस्ट विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, तेंदुआ बुधवार तड़के करीब 12:30 बजे स्टॉर्मवॉटर आउटलेट के पास के एक सुनसान क्षेत्र में देखा गया. संभावना है कि वह कैंपस के शांत कोनों में शरण ले रहा था या स्टॉर्मवॉटर आउटलेट के जरिए अंदर आकर आराम कर रहा था. रिपोर्ट में बताया गया कि कैंपस में एक समर्पित 'लेपर्ड टास्क फोर्स' तैनात की गई है, जो कर्मचारियों की सुरक्षा और तेंदुए के बचाव पर ध्यान केंद्रित कर रही है. घटना पर मजाकिया प्रतिक्रियाओं से लेकर सुरक्षा उपायों पर चर्चाएं हो रही हैं.
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