भारत की सैर पर आए एक दक्षिण कोरियाई कपल उस वक्त हैरान रह गया जब ऑटो-रिक्शा चालकों के एक समूह ने उन्हें फ्लुएंट कोरियाई भाषा में अभिवादन किया. इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. यह कपल, जो जाहिर तौर पर ट्रैवल व्लॉगर है, जैसलमेर पहुंचा था, जब उसने बस स्टैंड पर टुक-टुक (तीन पहियों वाला मोटर चालित वाहन) की एक लाइन लगी देखी. जब उन्होंने ये दृश्य देखा, तो उन्होंने एक अभिवादन सुना, जो हिंदी या अंग्रेजी में नहीं, बल्कि शुद्ध कोरियाई भाषा में था.
एक ड्राइवर ने तो उनसे बातचीत शुरू करते हुए पूछा, "अब यहां उतने कोरियाई लोग नहीं आते जितने पहले आते थे. क्यों?" पल भर के लिए चौंककर व्लॉगर ने कहा, "हां, क्यों नहीं?" ड्राइवरों ने कहा, "हां, बहुत समय से नहीं. बहुत समय हो गया है जब से हमने एक भी नहीं देखा." कपल ने जवाब दिया, "ओह, सच में?"
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उनकी भाषा कौशल से प्रभावित होकर, पर्यटकों ने अनुभव की तारीफ की और कहा कि वे "वास्तव में इस जगह की सिफारिश करेंगे". जैसे ही वे जैसलमेर के प्रसिद्ध 'गोल्डन सिटी' की ओर चलने लगे, एक और टुक-टुक ड्राइवर उनके पास आया और कोरियाई भाषा में पूछा कि क्या उन्हें सवारी की ज़रूरत है. जब कपल ने कोरियाई भाषा में मना किया, तो ड्राइवर ने तुरंत समझ लिया.
सोशल मीडिया पर इस वायरल वीडियो को लेकर लोगों में काफी उत्साह है. एक यूजर ने कहा, "जब मैं राजस्थान गया था, तो वहां के कई स्थानीय लोग कई विदेशी भाषाएं जानते थे, जैसे फ्रेंच, स्पेनिश, जर्मन, कोरियाई, आदि, और वे मुझे फ्रेंच भी सिखा रहे थे." एक अन्य यूजर ने कहा, "जैसलमेर के लोग सभी भाषाएं बोल सकते हैं." एक यूजर ने कहा, "वे अपने खाली समय में डुओलिंगो का इस्तेमाल करते होंगे और के-ड्रामा देखते होंगे."