IFS Officer Shares Amazing Video: कहते हैं कि, जब कभी प्रकृति गुस्से में आती है, तो उसका अलग ही रूप देखने को मिलता है. सुनामी,चक्रवात जैसी आपदाएं जब भी कभी आती है, तो भीषण तबाही के साथ-साथ दिल दहला देने वाली कयामत भी लाती हैं, जो गांव से लेकर शहर तक सब कुछ एक झटके में तबाह करने के लिए काफी हैं. इस तबाही में जहां लाखों करोड़ों रुपयों का नुकसान होता है, वहीं कई जिंदगियां मौत की भेंट चढ़ जाती हैं. यही वजह है कि ऐसी तबाही सालों तक लोगों के जहन में डर बनाये रखती है. यूं तो इन तबाही के पीछे कई कारण हो सकते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि इन तबाही को कंट्रोल करने के लिए भी हमारी प्रकृति के पास कई ऐसी चीजें हैं, जिनसे इन आपदाओं को कुछ हद तक रोका या बेअसर किया जा सकता है.
सोशल मीडिया पर भारतीय वन सेवा के अधिकारी परवीन कासवान (IFS Parveen Kaswan) ने एक वीडियो शेयर करते हुए समुद्र के अंदर पाए जाने वाले मैंग्रोव वनों की उपयोगिता के बारे में बताया है, जो सुनामी और चक्रवात जैसी आपदाओं को बेअसर कर सकती है. वीडियो को शेयर करते हुए उन्होंने कैप्शन में लिखा है, 'मैंग्रोव प्रकृति के अपने आपदा प्रबंधक हैं. यह समझने के लिए केवल 20 सेकेंड का यह वीडियो देखें, जिसमें दिखाया गया है कि कैसे मैंग्रोव हमें सुनामी, चक्रवातों और तूफानों से बचाते हैं. आज मैंग्रोव्सडे है.'
यहां देखें वीडियो
वीडियो में आप देख सकते हैं कि, कैसे उठती पानी की लहरों (सुनामी) को मैंग्रोव वनों ने बेअसर कर दिया. वीडियो में लहरें आगे बढ़ते हुए शांत भी हो जाती है और आगे देखने पर आपको लहरें एक दम शांत नजर आती हैं. वीडियो को देखकर आप इस बात का बाखूबी अंदाजा लगा सकते हैं कि, कैसे मैंग्रोव वनों की मदद से उठती लहरों को शांत किया जा सकता है. बताया जा रहा है कि, यह वीडियो Dutch research institute Deltares ने तैयार किया है, जिसे खूब देखा और पसंद किया जा रहा है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, समुद्री दल में उगने वाली ये मैंग्रोव झाड़ियां कम ऑक्सीजन की स्थिति में भी जीवित रह सकते हैं. यूं तो खारे पानी में दुनिया के ज्यादातर पौधे नष्ट हो जाते हैं, लेकिन इन मैंग्रोव वनों की घनी जड़ें मिट्टी को बांधने और बनाने में मदद करती हैं. यही वजह है कि, ये पानी के प्रवाह को धीमा करने में कारगर हैं.
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