Richest Women In The World: रईसी का रुतबा ही ऐसा है कि दुनिया में हर किसी को आपकी खबर होती है. जब भी इतिहास के सबसे अमीर शख्स का नाम आता है तो लोग पुरुषों का ही नाम लेते हैं. यूं तो हम जब दुनिया के सुपर-अमीर लोगों (Super-rich people) के बारे में सोचते हैं, तो कुछ नाम जो तुरंत हमारे दिमाग में आते हैं, वे हैं दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क (Elon Musk), लुई वुइटन के मालिक बर्नार्ड अरनॉल्ट (Louis Vuitton owner Arnold Bernault), Amazon के फाउंडर जेफ बेजोस (Jeff Bezos), भारत के सबसे अमीर आदमी मुकेश अंबानी (India's richest man Mukesh Ambani) और अन्य, लेकिन इतिहास में ऐसे कई लोग हैं, जो ऊपर बताए गए लोगों से कहीं ज्यादा अमीर थे और ऐसी ही एक शख्सियत जो बेहद अमीर थीं वो थीं चीन (China) की महारानी वू (Empress Wu).
बता दें कि एक दौर ऐसा भी था जब कुछ महिलाओं ने अपनी एक अलग पहचान बनाई थीं. आज उनका नाम इतिहास में सबसे अमीर महिलाओं की लिस्ट में दर्ज है. आज हम आपको एक ऐसी महारानी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके पास इतनी दौलत थी कि अगर एलन मस्क, जेफ बेजोस जैसे रईसों की संपत्ति को भी जोड़ दिया जाए, तो बराबरी नहीं हो पाएगी.
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट (South China Morning Post (SCMP) report) की एक पुरानी रिपोर्ट के मुताबिक, महारानी वू अपने समय की सबसे अमीर महिला थीं, जबकि कुछ इतिहासकारों का दावा है कि वह अब तक धरती पर रहने वाली सबसे अमीर महिला हैं. उनकी कुल संपत्ति 16 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर आंकी गई है, जो एलन मस्क, मुकेश अंबानी, जेफ बेजोस जैसे अन्य की कुल संपत्ति से कहीं अधिक है. आउटलेट ने आगे कहा कि, महारानी वू के शासन के समय चीन की संपत्ति को देखते हुए, यह तर्क देना संभव है कि वह अब तक की सबसे अमीर महिला हैं. बता दें कि, महारानी वू तांग राजवंश की थीं.
बता दें कि, महारानी वू चीनी इतिहास में सबसे लोकप्रिय पात्रों में से एक है और उनके जीवन पर अनगिनत टेलीविजन श्रृंखलाएं और फिल्में बनाई गई हैं. महारानी वू उनकी दिलचस्प जीवन कहानी को कई फिल्मों और टीवी शो में बताया गया है. ऐसी ही एक टीवी सीरिज है फैन बिंगबिंग अभिनीत एम्प्रेस ऑफ चाइना.
प्राचीन चीन में महारानी वू जेटियन ने परंपरा का उल्लंघन किया और चीनी इतिहास में एकमात्र महिला संप्रभु बन गईं. 7वीं शताब्दी के शासन कला में सैन्य रणनीति और प्रशासन में उनकी महारत ने समृद्धि और स्थिरता के युग की शुरुआत की. महारानी वू की दूरदर्शी नीतियों ने शिक्षा और समानता को बढ़ावा दिया गया. बता दें कि, उन्हें किताबें पढ़ना बहुत पसंद था और 14 साल की उम्र में उन्होंने तांग के महल में सम्राट ताइज़ोंग के सचिव के रूप में काम करना शुरू कर दिया, जहां उन्होंने अपनी शिक्षा जारी रखी.
द चाइना प्रोजेक्ट की रिपोर्ट के अनुसार, उनके शासनकाल के दौरान, चीनी अर्थव्यवस्था ने चाय और रेशम के व्यापार के साथ महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की. अपने जीवन के दौरान और मरणोपरांत, महारानी वू को विभिन्न आधिकारिक उपाधियों से सम्मानित किया गया.