कृष्ण एक ऐसे भगवान (Lord Krishna) हैं, जो नटखट और सुंदर हैं. उनकी सुंदरता उनकी तस्वीरों में देखने को मिलती हैं. कृष्ण को प्यार का रूप भी कहा जाता है. राधा हो या मीराबाई, सभी लोग कृष्ण से प्रेम करते थे. इनके प्रेम को किसी भी किताब में परिभाषित नहीं किया जा सकता है. एक ऐसा ही प्रेम केरल की एक मुस्लिम हिला जसना सलीम (Jasna Saleem) का भी है. वो कृष्ण की पेंटिंग बनाती हैं. इनके द्वारा बनाई गई पेंटिंग बेहद सुंदर और आकर्षक (Muslim Girl Paintings) होती हैं. अभी हाल ही में उनकी बनाई पेंटिंग को एक मंदिर में रखने की अनुमति मिली है. आइए पूरी कहानी को अच्छे से समझते हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मुस्लिम महिला जसना सलीम (Jasna Salim) पिछले छह सालों से भगवान कृष्ण की कई पेंटिंग बनाती आ रही हैं. वो कृष्ण से बेहद प्रेम करती हैं, मगर दुर्भाग्यवश वो अपनी पेंटिंग के अपने घर में नहीं रख सकती हैं. उनकी बनाई पेंटिंग पर किसी को विश्वास नहीं होता है कि एक मुस्लिम महिला ने इस पेंटिंग को बनाया है. हर साल अपनी पेंटिंग को त्रिशूर के प्रसिद्ध गुरुवायुर श्री कृष्ण मंदिर को नन्हे कृष्ण के पेंटिंग उपहार में देती रही हैं, मगर परंपरा और रीति-रिवाजों ने उन्हें मंदिर के अंदर जाने या गर्भगृह के सामने उनकी बनाई एक भी पेंटिंग पेश करने की अनुमति नहीं दी है.
बाल कृष्ण की तस्वीर बनाती हैं
जसना सलीम 500 से ज़्यादा कृष्ण की पेंटिंग बना चुकी हैं. वो कृष्ण के बाल अवस्था के रूप को ही बनाती हैं. वर्तमान में सलीम की उम्र 28 साल है. उनके दो बच्चे भी हैं. इसके बावजूद वो पेंटिंग बनाने के लिए समय निकाल लेती हैं.
समाचार एजेंसी को सलीम बताती हैं कि मैं पिछले 6 साल से पेंटिंग बनाती आ रही हूं.इससे पहले मैंने अपने जीवन में कुछ भी नहीं बनाया था. लेकिन कृष्ण हमेशा मेरे अंदर होते हैं. मैं उन्हें ही ध्यान में रखकर पेंटिंग बनाती हूं.