बर्फबारी की वजह से कश्मीर घाटी (Kashmir Valley) बर्फ की सफेद चादरों से ढक गई है. यहां लगातार कई दिनों से बर्फबारी हो रही है. जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर और गुलमर्ग समेत कई शहरों में रास्तों और घरों पर कई-कई इंच तक बर्फ जमी हुई है. बर्फ से ढकी होने की वजह से सड़के दिखाई नहीं दे रही हैं. कई रास्ते बंद हो गए हैं, जिससे लोगों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं. सबसे ज्यादा मुश्किल बीमार और गर्भवती महिलाओं को हो रही है. बर्फबारी के कारण उनके लिए अस्पताल पहुंचना एक बड़ी चुनौती बन गई है. ऐसा ही एक मामला जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में सामने आया है.
जहां लगभग कई घंटे से लगातार बर्फबारी हो रही थी, जब 5 जनवरी 2021 को रात 11 बजे के करीब कुपवाड़ा में सीओबी करालपुरा को कुपवाड़ा के फरकियन गांव से बेहद परेशान मंजूर अहमद शेख का फोन आया. मंजूर अहमद ने बताया, कि उसकी पत्नी श्रीमती शबनम बेगम प्रसव पीड़ा (labour pain) से गुजर रही हैं और उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाने की आवश्यकता है. इसके अलावा, भारी बर्फबारी और खराब मौसम के कारण न तो सामुदायिक स्वास्थ्य सेवा वाहन और न ही नागरिक परिवहन उपलब्ध था और ये सब कुछ सड़क से बर्फ साफ होने के बाद ही संभव था.
स्थिति की गंभीरता और परिवार की दुर्दशा को देखते हुए, करालपुरा में तैनात सेना के जवान युद्ध के मैदान सहायक और चिकित्सा सुविधाओं के साथ समय पर उस स्थान पर पहुंच गए. सैनिकों ने महिला को और उसके परिवार के साथ सड़क से सिर तक लगभग 2 किलोमीटर गहरी बर्फ में उसे कंधों पर चारपाई के सहारे उठाकर कंधों पर उठाकर करपुरा अस्पताल ले गए. अस्पताल पहुंचने पर महिला को तुरंत मेडिकल स्टाफ ने भर्ती किया. जहां सेना द्वारा पहले से सिविल प्रवेश के लिए अनुमति ले ली गई थी.
जवान और आवाम पहल के अपने प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए यूनिट एक बार फिर AOR के जरूरतमंदों तक पहुंची और इस तरह सेना में अपना विश्वास कायम किया. परिवार और नागरिक प्रशासन ने अपने मानवीय प्रयासों के लिए यूनिट को धन्यवाद दिया और संकट के समय सेना को आवाम के सच्चे दोस्त के रूप में मान्यता दी. बेटा पैदा होने की खुशी में पिता ने सीओबी में सभी सैनिकों को मिठाई बांटी.
बता दें कि घाटी में हो रही बर्फबारी सैलानियों को तो अपनी तरफ खींच रही है, तो वहीं स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का सबब भी बनी है. बर्फ और माइनस तापमान से सब थम गया है, भारी बर्फबारी के चलते कश्मीर के कई रास्ते बंद हैं. श्रीनगर, बारामुला, अनंतनाग, कुलगाम, शोपियां, पुलवामा जिलों में बिजली और सड़क संपर्क बुरी तरह प्रभावित हो गए हैं.