IPL 2021 RR Vs PBKS: राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) की तरफ से खेलते हुए चेतन सकारिया (Chetan Sakariya) ने डेब्यू किया. उन्होंने पंजाब के तीन विकेट चटके और चर्चा में आ गए. विकेट लेने के अलावा उन्होंने निकोलस पूरन का शानदार कैच भी पकड़ा. चेतन सकारिया (Chetan Sakariya) का यहां तक का सफर काफी मुश्किल भरा रहा है. चेतन सकारिया (Chetan Sakariya) की कहानी को वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) ने शेयर किया है. ट्विटर पर उन्होंने सकारिया की मां का एक इंटरव्यू शेयर किया और उनकी खूब तारीफ की. चेतन सकारिया की कहानी को पढ़कर आपके भी आंसू निकल आएंगे.
वीरेंद्र सहवाग ने सकारिया की मां का इंटरव्यू शेयर करते हुए लिखा, 'चेतन सकारिया के भाई की कुछ महीने पहले सुसाइड से मौत हो गई थी. उनके माता-पिता ने उन्हें 10 दिनों तक नहीं बताई, क्योंकि वह सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेल रहे थे. क्रिकेट इन युवा क्रिकेटरों और उनके माता-पिता के लिए क्या मायने रखता है. सही मायने में आईपीएल भारतीय सपनों को पूरा करता है और कुछ स्टोरीज तो एक दम असाधारण हैं.'
अराउंड द क्रिकेट को दिए इंटव्यू में चेतन सकारिया की मां ने कहा, 'मेरे ख्याल से कोई इतने दर्द और संघर्ष से नहीं गुजरा होगा. मेरा दूसरा बेटा ने कुछ महीने पहले सुसाइड कर लया था. उस वक्त चेतन सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेल रहा ता. वो वहां अच्छा परफॉर्म कर रहा था. खेल पर असर न पड़े, इसलिए हमने उसे 10 दिन तक यह खबर नहीं सुनाई थी. हमने सिर्फ इतना बताया था कि उनके पिता की तबीयत थोड़ी खराब है.'
'हर समय चेतन कॉल पर अपने पिता की तबीयत के बारे में पूछा करता था. वो अपने भाई से बात कराने को कहता था. लेकिन मैं टॉपिक चेंज कर देती थी. मैं अपने पति की भी बात चेतन से नहीं कराती थी, क्योंकि मुझे पता था कि वो सच बता देंगे. लेकिन एक दिन मैं टूट गई और उसको बता दिया कि उसके भाई की मौत हो चुकी है. चेतन ने हमसे एक हफ्ते तक न बात की और न खाना खाया. दोनों भाई एक दूसरे से काफी नजदीक थे.'
'इस घटना के एक महीने बाद आईपीएल में चेतन ने 1 करोड़ 20 लाख कॉन्ट्रैक्ट साइन किया. यह हमारे लिए सपने जैसे था. हमने आर्थिक रूप से खूब संघर्ष किया.'
'चेतन के पिता लॉरी ड्राइवर थे, लेकिन तीन एक्सीडेंट के बाद वो बेड पर आ गए. वो ज्यादा नहीं कमा पाए. बेटे की मौत के बाद वो पूरी तरह से टूट चुके थे. वो कुछ खाते-पीते नहीं थे. हमने उनको हौसला देते रहते हैं.'
'चेतन अपने अंकल की स्टेशनरी शॉप में काम करता था. हम 5 साल तक खुद के लिए टीवी तक नहीं खरीद पाए थे. मेरे पति को बाहर से चेतन के प्रोफेशनल क्रिकेट के बारे में पता चला और उन्होंने हमें बताया.'
'मेरे पति के एक्सीडेंट के बाद मेरा दूसरा बेटा कमाया था, लेकिन उसके जाने के बाद चेतन का आईपीएल में हो गया. वो हमारे दर्द पर मरहम की तरह था. वो इन पैसों से सबसे पहले राजकोट में घर बनवाना चाहता है.'
'चेतन का आईपीएल में हो गया, तो मीडिया हमें रोज कॉल करने लगी. हमें रोज सुबह 8 बजे से कॉल आना शुरू हो जाते हैं. मेरे बेटे ने यहां तक पहुंचने के लिए काफी महनत की है.'
(अगर आपको सहायता की ज़रूरत है या आप किसी ऐसे शख्स को जानते हैं, जिसे मदद की दरकार है, तो कृपया अपने नज़दीकी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ के पास जाएं)
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