पोर्क खाने से पहले पढ़ी इस्लामी प्रार्थना, इंडोनेशियाई टिकटॉकर को हुई 2 साल की जेल

इंडोनेशिया में एक महिला टिकटॉकर को पोर्क खाने वाले वीडियो में धार्मिक प्रार्थना बोलने पर जेल की सजा सुनाई गई है. महिला ने मार्च में यह विवादास्पद वीडियो टिकटॉक पर साझा किया था.

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इंडोनेशिया की एक अदालत ने मंगलवार को एक महिला को दो साल जेल की सजा सुनाई है. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, एक इंडोनेशियाई टिकटॉकर को एक टिकटॉक वीडियो पोस्ट करने के बाद दो साल की जेल की सजा सुनाई गई है, जिसमें उसने सूअर का मांस खाने से पहले एक इस्लामिक वाक्यांश कहा था. यह फैसला एक निवासी द्वारा 33 वर्षीय लीना लुत्फियावती की उस वीडियो के बारे में शिकायत करने के बाद आया, जिसे इस साल मार्च में टिकटॉक पर लाखों बार देखा गया था.

दरअसल, यह वीडियो इसी साल मार्च का है, जिसमें महिला टिकटॉकर 'क्रिस्पी स्किन पोर्क' (सूअर का गोश्त) खाने से पहले एक इस्लामिक प्रार्थना कहते हुए सुनाई दे रही थी. हाल के वर्षों में इंडोनेशिया में धार्मिक रूढ़िवादिता तेजी से बढ़ी है. विशेष रूप से इस्लाम में सूअर का मांस वर्जित है, जो इंडोनेशिया में प्रमुख धर्म है. 

फैसले के अनुसार, मंगलवार को दक्षिण सुमात्रा शहर पालेमबांग की एक अदालत में लीना लुत्फियावती को 'धार्मिक व्यक्तियों और विशिष्ट समूहों के खिलाफ नफरत भड़काने के उद्देश्य से जानकारी फैलाने' का दोषी पाया गया. जेल की सजा के अलावा, कोर्ट ने टिकटॉकर को 250 मिलियन रुपये (16,245 डॉलर या 13,48,111 भारतीय रुपये) का जुर्माना देने को भी कहा, अन्यथा उसकी जेल की अवधि तीन महीने बढ़ा दी जाएगी.

फैसले से हैरान होकर उसने एक स्थानीय समाचार स्टेशन को बताया कि, वह जानती थी कि उसने गलती की है, लेकिन 'इतनी कड़ी सजा की उम्मीद नहीं थी.' विशेष रूप से लीना लुत्फियावती को बॉलीवुड फिल्में पसंद हैं और उन्होंने भारतीय नाम लीना मुखर्जी भी अपना लिया है. उनके सोशल मीडिया पर कुल मिलाकर 2 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं.

लीना लुत्फियावती का मामला देश में ईशनिंदा के मामलों में सबसे नया मामला है. एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल इंडोनेशियाई पुलिस ने एक बार द्वारा मोहम्मद नाम के संरक्षकों के लिए मुफ्त शराब का प्रचार करने के बाद ईशनिंदा के आरोप में छह लोगों को गिरफ्तार किया था.

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