फिल्म 12वीं फेल के इस सीन को देख IFS अधिकारी को याद आए पुराने दिन, Video शेयर कर बताया अपना एक्सपीरियंस

भारतीय वन सेवा (आईएफएस) अधिकारी परवीन कासवान ने फिल्म से तीन मिनट की क्लिप शेयर की, जिसमें विक्रांत के अंतिम साक्षात्कार के लिए यूपीएससी बिल्डिंग में कदम रखने से पहले के तनावपूर्ण और रोमांचक पल को कैद किया गया है.

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फिल्म 12वीं फेल का ये सीन एक्स पर हो रहा वायरल

विधु विनोद चोपड़ा की विक्रांत मैसी और मेधा शंकर स्टारर फिल्म '12वीं फेल' को रिलीज के बाद से ही हर तरफ से प्यार और सराहना मिल रही है, कुछ लोग तो इसे 2023 की सर्वश्रेष्ठ फिल्म बता रहे हैं. यह फिल्म आईपीएस अधिकारी मनोज कुमार की जीवन कहानी से प्रेरित है. शर्मा और उनकी पत्नी आईआरएस अधिकारी श्रद्धा जोशी की प्रेम कहानी और संघर्षों को दिखाती ये फिल्म लोगों के दिलों को छू रही है. हाल ही में, भारतीय वन सेवा (आईएफएस) अधिकारी परवीन कासवान (IFS Parveen Kaswan) ने फिल्म से तीन मिनट की क्लिप शेयर की, जिसमें विक्रांत के अंतिम साक्षात्कार के लिए यूपीएससी बिल्डिंग में कदम रखने से पहले के तनावपूर्ण और रोमांचक पल को कैद किया गया है.

इस सीन ने परवीन कासवान की पुरानी यादें ताजा कर दीं और उन्हें तीन बार इंटरव्यू प्रोसेस से गुजरने के अपने अनुभव की याद आ गई. उन्होंने इस सीन की सराहना करते हुए कहा कि यह "इंटरव्यू के दौरान यूपीएससी बिल्डिंग में जो कुछ होता है उसका वास्तविक चित्रण है".

परवीन ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ''इस तरह वहां तीन बार गया.'' सीन में विक्रांत मैसी का किरदार मनोज शर्मा अपने इंटरव्यू में शामिल होने के लिए यूपीएससी बिल्डिंग में दाखिल होते नजर आ रहे हैं.

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एक अन्य ट्वीट में, अधिकारी ने यह भी बताया कि प्रवेश द्वार पर उम्मीदवारों की एक कतार देखी जाती है और इंटरव्यू बोर्ड के बुलाने से पहले, उम्मीदवार को कुछ मिनटों के लिए बोर्ड रूम के बाहर भी बैठना पड़ता है.

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यूजर्स ने किया रिएक्ट

उनके ट्वीट पर रिएक्ट करते हुए एक यूजर ने लिखा और इंटरव्यू इसी तरह की सेटिंग ''राउंड टेबल अरेंजमेंट'' में होता है. एक अन्य ने लिखा, ''सबसे लंबा इंतजार! और आपको अभी भी दिल की धड़कन याद है.. चमत्कारिक रूप से इंटरव्यू बोर्ड में प्रवेश करते ही घबराहट गायब हो जाती है.'' तीसरे ने लिखा, जब तक आप इंटरव्यू बोर्ड में प्रवेश नहीं करते, तब तक मन में दबाव और बेचैनी का स्तर काफी ऊंचा रहता है. खासतौर पर तब जब आप कमरे के बाहर अकेले अपनी बारी का इंतजार कर रहे हों. वहां केवल एक कर्मचारी मौजूद रहता है जो कभी-कभार कुछ आश्वासन देता है.

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ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुई 12वीं फेल

वास्तविक जीवन के अनुभवों पर आधारित यह फिल्म यूपीएससी प्रवेश परीक्षा देने वाले लाखों छात्रों के कठिन संघर्षों पर आधारित है. यह फिल्म 27 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी और 29 दिसंबर को डिज्नी+ हॉटस्टार पर इसका डिजिटल प्रीमियर हुआ था. इसे इंडिपेंडेंट नॉमिनेशन के रूप में 2024 में ऑस्कर के लिए भी भेजा गया है.

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