उत्तराखंड के कॉर्बेट टाइगर रिजर्व पार्क (CTRP) में एक दिल को छू लेने वाले विदाई समारोह में, टीम के दो प्रिय सदस्यों, एक मादा हाथी (Elephant) और एक जर्मन शेफर्ड ने अपनी वर्षों की समर्पित सेवा को अलविदा कहा. 66 वर्षीय प्रभावशाली हथिनी, गोमती ने अपने जीवन के आश्चर्यजनक 47 वर्ष CTRP को समर्पित कर दिए. आमदंडा गेट पर वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा आयोजित सेवानिवृत्ति समारोह उनकी सेवा के लिए गहरी भावनाओं और कृतज्ञता से भरा था.
गोमती की सेवानिवृत्ति एक युग के अंत का प्रतीक है, लेकिन उनकी विरासत जीवित रहेगी क्योंकि वह सीटीआरपी में कैंप हाथियों की अगली पीढ़ी के मार्गदर्शन और पोषण के लिए एक नई भूमिका निभा रही हैं. उनके अविश्वसनीय समर्पण और साहस ने क्षेत्र में संरक्षण प्रयासों पर एक अमिट छाप छोड़ी है.
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आईएफएस अधिकारी धीरज पांडे (IFS officer Dheeraj Pandey) द्वारा शेयर किए गए वीडियो के कैप्शन में लिखा है, “आज, हम 66 वर्षीय #Gomti #Matriarch को विदाई देते हैं, जिन्होंने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के लिए 47 साल समर्पित किए. जंगल में गश्त, साहसी बचाव और #Bravery के जीवन बचाने वाले कार्य की उनकी विरासत उनकी असाधारण सेवा के प्रमाण के रूप में खड़ी है. सक्रिय ड्यूटी से सेवानिवृत्त होने के बाद, वह अब सीटीआर में कैंप हाथियों की अगली पीढ़ी का मार्गदर्शन और पालन-पोषण करेंगी. ''गोमती, आपकी अविश्वसनीय विरासत और समर्पण और साहस का प्रतीक होने के लिए धन्यवाद.''
वीडियो पर कई प्रतिक्रियाएं आईं और लोगों ने उनकी सेवा के लिए प्यारे और समझदार दिग्गज को सलाम किया. बता दें कि चार दशक पहले असम से पार्क में शामिल हुईं गोमती ने विभिन्न महत्वपूर्ण संरक्षण अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनके सौम्य और अनुशासित स्वभाव ने CTRP के अधिकारियों के बीच उनका स्नेह अर्जित किया. इस वीडियो के बारे में आपका क्या कहना है? कमेंट करके बताइए.