पश्चिम रेलवे (Western Railway) ने 11 अप्रैल से अंतरिम आधार पर मुंबई सेंट्रल-गांधीनगर शताब्दी एक्सप्रेस (Mumbai Central-Gandhinagar Shatabdi Express) में एक विस्टाडोम कोच (Vistadome coach) जोड़ा है. केंद्रीय रेल और कपड़ा राज्य मंत्री दर्शन जरदोश ने 11 अप्रैल को ट्विटर पर एक वीडियो अपलोड किया, जिसमें यात्रियों को यात्रा के दौरान विस्टाडोम कोच में बैठे दिखाया गया है.
मंत्री ने पोस्ट को कैप्शन दिया, "आज से यात्री इस विस्टाडोम कोच के लिए टिकट बुक कर सकते हैं, ताकि मुंबई-सूरत-अहमदाबाद मार्ग पर बड़ी कांच की खिड़कियों, कांच की छतों, घूमने वाली सीटों और एक अवलोकन लाउंज के साथ मनोरम दृश्यों का आनंद लिया जा सके."
देखें video:
रेल मंत्रालय ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक क्लिप शेयर की, जिसमें यात्रियों को यात्रा के दौरान कांच की चौड़ी खिड़कियों के माध्यम से बाहर के दृश्यों का आनंद लेते देखा गया.
ट्वीट में लिखा है, "उन्नत यात्रा अनुभव और मनोरम दृश्य. मुंबई-गांधीनगर कैपिटल शताब्दी एक्सप्रेस से जुड़े विस्टाडोम कोच में एक यात्रा का अनुभव करें जो आपके क्षितिज का विस्तार करेगी. बड़ी कांच की खिड़कियां और कांच की छतें सुरम्य मार्ग का मनोरम दृश्य प्रदान करती हैं.”
एक अन्य ट्वीट में रेल मंत्रालय ने विस्टाडोम कोच के अंदर ट्रेन और यात्रियों की कुछ तस्वीरें भी शेयर कीं.
जो लोग इस विस्टाडोम कोच में यात्रा करने के इच्छुक हैं, वे उसी तरह से टिकट बुक कर सकते हैं जैसे वे मानक आईआरसीटीसी टिकट बुक करते हैं.
भारत जैसे देशों को और मानवीय मदद करनी चाहिए : पोलैंड की वार स्टडीज यूनिवर्सिटी के प्रमुख
यात्रियों को उनकी यात्रा के दौरान अतिरिक्त आराम और एक बेहतर अनुभव प्रदान करने के लिए भारतीय रेलवे द्वारा विस्टाडोम कोच डिजाइन किए गए थे. विस्टाडोम कोचों में बड़ी कांच की खिड़कियां, कांच की छतें, 180 डिग्री घूमने वाली सीटें और एक अवलोकन लाउंज है, जिससे यात्री मनोरम दृश्यों का आनंद ले सकते हैं.