देश की पहली रैपिड रेल की शुरुआत होने वाली है. पहले चरण का उद्धघाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा. इसकी तैयारियों का जायजा लेने के लिए गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद गाजियाबाद पहुंचे. रैपिड रेल से दिल्ली, गाजियाबाद और मेरठ के लोगों को फायदा होगा. वैसे इस रेल के बारे में आपको बहुत जानकारी मिली होगी, मगर आज हम आपको इसरी और खासियतों के बारे में बताने जा रहे हैं.
- कोच के एंट्री गेट पर सेंसर लगा हुआ है
- यात्री गेट पर खड़ा होगा तो बंद नहीं होगा
- यात्रियों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं
- यात्रियों की सुविधा के लिए वाईफाई की सुविधा मौजूद है
- यह बेहद आरामदायक सफर होगा
- इस ट्रेन में यात्री खड़े होकर भी यात्रा कर सकते हैं
- ट्रेन में कुल 6 कोच होंगे, एक प्रीमियम क्लास के लिए उपलब्ध रहेंगे बाकी के 5 सामान्य लोगों के लिए
- एक कोच में 72 सीटें मौजूद हैं. साथ ही साथ यात्री सामान भी रख सकते हैं. इसके लिए अलग से भी व्यवस्था बनाई गई है.
पूरी जानकारी के लिए आप ये वीडियो देखें
आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि दिल्ली-मेरठ रीजनल रैपिड रेल परियोजना की शुरुआत 2019 में हुई थी. अभी इसके प्रथम चरण में साहिबाबाद से दुहाई स्टेशन तक, यानी 17 किलोमीटर के रास्ते को खोला जाएगा. कम वक्त में सफर के साथ इस रैपिड रेल का किराया भी कम होगा. जब यह परियोजना पूरी हो जाएगी तो दिल्ली के सराय काले खां से मेरठ तक का किराया 200 रुपये हो सकता है और साहिबाबाद से दुहाई तक, यानी सत्रह किलोमीटर का किराया 50 रुपये के आसपास हो सकता है.
दिल्ली से मेरठ रूट की पटरी पर दौड़ेगी हाई स्पीड रैपिड ट्रेन, यात्रा के साथ-साथ यात्रियों को चिकित्सा युक्त सुविधाओं का लाभ भी मिलेगा, 2 रुपये प्रति किलोमीटर के किराए से चलने वाली रैपिड ट्रेन के आने से पर्यावरण प्रदूषण में कमी आएगी