Sameer Samat Sergey Brin Email: कभी-कभी ज़िंदगी का सबसे बड़ा फैसला रात के 3 बजे भेजे गए एक ईमेल से बदल सकता है. कुछ ऐसा ही हुआ समीर समत के साथ, जो आज Google के Android Ecosystem के हेड हैं, लेकिन एक वक्त ऐसा था जब वो एक बेहद उलझन भरे मोड़ पर खड़े थे...स्टार्टअप शुरू करें या ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करें? ये कहानी है साल 1999 की, जब समीर समत ने रात के 3 बजे एक ऐसा कदम उठाया, जिसने उनकी ज़िंदगी की दिशा ही बदल दी. उन्होंने Google के को-फाउंडर सर्गेई ब्रिन को एक 'cold email' भेजा, जिसमें लिखा, अगर आप मेरी जगह होते, तो क्या करते? ग्रेजुएट स्कूल या स्टार्टअप?
Startup करूं या पढ़ाई? (cold email success story)
हैरानी की बात ये रही कि ब्रिन ने एक मिनट के अंदर जवाब दिया और उन्हें Google के ऑफिस आने का न्योता दिया. वहां समीर की मुलाकात कई इंजीनियर्स से करवाई गई और एक अनौपचारिक इंटरव्यू भी हो गया. Google में नौकरी का ऑफर मिला, लेकिन समीर ने मना कर दिया, क्योंकि वो अपने स्टार्टअप Mohomine को लेकर गंभीर थे. ब्रिन ने केवल सलाह ही नहीं दी, बल्कि उन्हें उन इन्वेस्टर्स से मिलवाया, जिन्होंने Mohomine को फंड किया. यह स्टार्टअप बाद में Kofax (अब Tungsten Automation) द्वारा अधिग्रहित कर लिया गया. समीर कहते हैं, ब्रिन को ये सब करने की कोई ज़रूरत नहीं थी, लेकिन उन्होंने मेरी मदद की और यही मैं अब दूसरों के लिए करता हूं.
Sergey Brin से मिला ऐसा जवाब जिसने इतिहास रच दिया (who is Sameer Samat)
2008 में समीर ने Google में बतौर प्रोडक्ट मैनेजर डायरेक्टर जॉइन किया. वे Google Shopping और Travel जैसे प्रोडक्ट्स के जनरल मैनेजर बने और कुछ समय के लिए Jawbone कंपनी के प्रेसिडेंट भी रहे, लेकिन कुछ ही महीनों में वो दोबारा Google लौट आए और Android Ecosystem के VP/GM बन गए. आज वे Android और ChromeOS दोनों टीमों का नेतृत्व कर रहे हैं. समीर का मानना है कि जोश और जुनून के साथ जोखिम उठाना ही असली एंटरप्रेन्योरशिप है. वे कहते हैं, कभी-कभी नादानी भी वरदान होती है, क्योंकि वही आपको बड़े फैसले लेने की हिम्मत देती है.
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