नवनिर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर अपने एक्शन मोड मे नजर आ रहे हैं. डोनाल्ड ट्रंप ने शपथ ग्रहण करते ही अपने कार्यकारी आदेश जारी किये थे. डोनाल्ड ट्रंप ने अपने इस आदेश में देश के कई जगहों के नाम बदलने का ऐलान भी किया था. अब गूगल मैप्स ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेशानुसार गल्फ ऑफ मैक्सिको (Gulf of Mexico) का नाम बदलकर अब गल्फ ऑफ अमेरिका (Gulf of America) कर दिया है. अब गूगल मैप्स पर 'गल्फ ऑफ मैक्सिको' की जगह 'गल्फ ऑफ अमेरिका' देखा जा रहा है. इस पर गूगल ने भी अपना एक बयान जारी किया है.
एक्शन मोड में ट्रंप (Donald Trump Renaming Orders)
बता दें कि, ट्रंप ने बीती 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति की शपथ ली थी. ट्रंप दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति बने हैं. वहीं, बीते सप्ताह ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश जारी किया था, जिसमें गल्फ ऑफ मेक्सिको का नाम गल्फ ऑफ अमेरिका करने का फरमान भी जारी किया गया था. इसके अलावा अमेरिका के कई ऐतिहासिक स्थलों के नाम भी बदलने का निर्देश दिया था. इस पर अमेरिकी आंतरिक मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि यह सभी बदलाव आधिकारिक तौर पर लागू हो चुके हैं और ज्योग्राफिकल नेम सिस्टम के तहत इन बदलावों की प्रक्रिया बहुत जल्द पूरी हो जाएगी.
गूगल मैप्स ने जारी किया बयान (Google Maps Statement)
वहीं, गूगल मैप्स ने इस संदर्भ में एक्स पोस्ट पर एक बयान जारी कर कहा है, 'लंबे समय से चली आ रही है हमारी वर्क पॉलिसी यही होती है कि जब किसी आधिकारिक स्रोत में नाम बदले जाते हैं, तो हम उन्हें तुरंत लागू करते हैं'. गूगल ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह बदलाव सिर्फ अमेरिकी गूगल मैप्स यूजर्स के लिए ही होगा, बाकी देशों में गूगल मैप्स पर दोनों नाम गल्फ ऑफ अमेरिका' और 'गल्फ ऑफ मैक्सिको' होंगे'.
पर्वत का नाम भी बदला (Renamed Mount Denali)
'गल्फ ऑफ मैक्सिको' के साथ-साथ नए राष्ट्रपति ने माउंट डेनाली का भी नाम बदल दिया है. अब यह माउंट मैकिनली के नाम से जाना जाएगा. गौरतलब है कि माउंट डेनाली उत्तरी अमेरिका का सबसे ऊंचा पर्वत है. इसका नाम देश के 25वें राष्ट्रपति विलियम मैकिनली के नाम पर रखा गया था. वहीं, साल 2015 में बराक ओबामा सरकार में इसका नाम बदला गया था.
गूगल की नाम पॉलिसी (Google Name Policy)
गूगल, नाम बदलने की इस प्रक्रिया में जापान और दक्षिण कोरिया की सीमा से लगे जल निकाय (Water Body) को जापान सागर (पूर्वी सागर) का नाम दे चुका है. साल 2012 में ईरान गूगल मैप्स से पर्शियन गल्फ (Persian Gulf) शब्द को हटाने और ईरान और अरब प्रायद्वीप के बीच जलमार्ग को गुमनाम छोड़ने के फैसले पर गूगल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दे चुका है. अब इसे अन्य देशों में "पर्शियन गल्फ (Arabian Gulf)'' के नाम से ही जाना जाता है.
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