गूगल के हर कर्मचारी को इस तरह करना पड़ता है काम, शेयर किया Work Culture, यूजर्स बोले- खाने जाते हो या काम करने

गूगल में काम के बारे में सुनकर आपको क्या लगता है. क्या वहां हर समय काम ही होता रहता होगा. गूगल के इंजीनियर्स सिर झुका कर काम करते रहते होंगे या दिन भर कॉल पर बिजी रहते होंगे

Advertisement
Read Time: 2 mins

गूगल (Google) दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है. जहां काम करना तकरीबन हर कर्मचारी का सपना हो सकता है. गूगल में काम के बारे में सुनकर आपको क्या लगता है. क्या वहां हर समय काम ही होता रहता होगा. गूगल के इंजीनियर्स सिर झुका कर काम करते रहते होंगे या दिन भर कॉल पर बिजी रहते होंगे. लेकिन गूगल के कर्मचारियों का काम करने का रूटिन देखेंगे तो जान जाएंगे कि गूगल में काम करना कितना मजेदार हो सकता है. गूगल की एक कर्मचारी ने खुद अपना वर्क रूटीन इंस्टाग्राम पर शेयर किया है. आप भी देखिए कैसा है गूगल दफ्तर (Google Office) और कैसे होता है वहां पर काम.

देखें Video:

कर्मचारी ने शेयर किया वीडियो

सलोनी रखोलिया ने गूगल में अपने काम का कल्चर शेयर करते हुए बताया कि उनके दिन की शुरुआत सुबह 09.20 पर होती है. वो सुबह ऑफिस जाकर अपना एजेंडा रिव्यू करती हैं और उसके बाद गूगल के दफ्तर में ही उपलब्ध शानदार ब्रेकफास्ट करती हैं. इस नाश्ते में कई अलग अलग तरह की डिश मौजूद होती है. नाश्ते के बाद सलोनी पूरे दिन अलग अलग मीटिंग और कोडिंग सेशन अटेंड करती हैं. इसके बाद वो ब्रेक लेती हैं औऱ कुछ देर बाद दफ्तर में ही मौजूद जिम में वर्कआउट करती हैं. इस पूरे वीडियो में ये भी दिखाई देता है कि गूगल में ऑफिस में एंप्लाइज के लिए कितने तरह की डिशेज मौजूद हैं. साथ ही कितनी सुविधाएं हैं, ये भी वीडियो में साफ नजर आ रहा है.

Advertisement

गूगल में काम करने की इच्छा

इस वीडियो को देखकर बहुत से यूजर्स गूगल में काम करने की इच्छा जता रहे हैं. एक  यूजर ने लिखा कि खाना देखकर लगता है कि गूगल ही ज्वाइन कर लूं. एक यूजर ने लिखा कि पहले सोच रहा था कि काम पर नहीं जाऊंगा लेकिन इस वीडियो को देखकर लगता है कि मैं गूगल में काम कर सकता हूं. एक यूजर ने मजाक में सवाल किया कि ऐसा लगता है कि इनका काम खाने का है. और, ब्रेक में ये लोग कुछ काम करते हैं.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Gadgets 360 With Technical Guruji: इस सप्ताह की टेक दुनिया की बड़ी खबरें
Topics mentioned in this article