गांवों में अब नए जमाने की नई तरह की खेती हो रही है. जिसमें गाय, बैलों या इसानों का काम नहीं बल्कि ड्रोन की मदद से खेती की जा रही है. क्या आपने अबतक ड्रोन वाली खेती देखी है? दरअसल, सोशल मीडिया पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने एक वीडियो शेयर किया है. वीडियो के साथ उन्होंने लिखा है- ये नए भारत की कृषि है. नैनो यूरिया + कृषि ड्रोन. प्रधानमंत्री मोदी जी ने हमेशा इनोवेशन और तकनीक पर जोर दिया है. मानसा, गांधीनगर में कृषि ड्रोन के जरिए IFFCO द्वारा निर्मित तरल नैनो यूरिया के छिड़काव का ट्रायल सप्रे किया गया. इससे कृषि उपज में वृद्धि होगी.' यह वीडियो अब वायरल हो रहा है, जि पर लोग ढेरों कमेंट्स कर रहे हैं.
34 सेकंड के इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि खेत के ऊपर एक ड्रोन के जरिए नैनो यूरिया का छिड़काव किया जा रहा है. जबकि आस-पास खड़े लोग इस एतिहासिक दृश्य को कैमरे से रिकॉर्ड कर रहे हैं. अबतक आपने किसानों को हाथों और मशीनों के जरिए खेत में खाद का छिड़काव करते देखा होगा. इस वीडियो को अबतक 24 हजार से ज्यादा बार देखा जा चुका है और 2 हजार से ज्यादा लाइक्स मिल चुके हैं.
देखें Video:
ड्रोन गूगल की मदद से खेत का नक्शा बनाता है, फिर उसके बाद कीटनाशकों का छिड़काव करता है. दवा खत्म होने पर या फिर बैट्री खत्म होने पर ड्रोन वापस अपनी जगह पर लौट आता है. आपको बता दें कि इस आम बजट में वित्त मंत्री निर्मला सितारमण ने 'हाईटेक खेती' को बढ़ावा देने घोषणा की.
किसानों के लिए 'ड्रोन खेती' से कई सारे फायदे हैं. इससे किसानों को कीटनाशक का छिड़काव करने के लिए खेत में नहीं घुसना होगा. दवाओं से होने वाले दुष्प्रभाव से किसान बच जाएंगे. साथ ही, समय बचेगा और कम दवा में अधिक क्षेत्र में कीटनाशक का छिड़काव हो भी जाएगा. इसके अलावा जिन खेतों में पानी भरा गया होता है उनमें ड्रोन से दवा का छिड़काव करना फायदेमंद साबित होगा.
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