सरवाइवल ऑफ फिटेस्ट (Survival of the fittest) यानी योग्यतम की उत्तरजीविता, ये वाक्यांश प्रकृतिवादी चार्ल्स डार्विन द्वारा प्रसिद्ध किया गया था, और इसका अर्थ है कि जीव अपने पर्यावरण के लिए सबसे अच्छी तरह से समायोजित जीवित रहने और पुनरुत्पादन में सबसे सफल हैं. आप जो वीडियो देखने जा रहे हैं, उससे अधिक इस वाक्यांश का कोई सार नहीं है. आपने तेंदुओं के बारे में सुना होगा जो कुत्ते का शिकार करते हैं क्योंकि यह स्वाभाविक है. लेकिन, अब आप जो देखने वाले हैं, वह आपको पूरी तरह से हैरान कर देगा. यह वीडियो एक तेंदुए की पीठ पर बैठे एक कुत्ते को दिखाता है क्योंकि वे दोनों अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं यानी अपनी जान बचाने की कोशिश कर रहे हैं. वे दोनों ही एक तालाब में एक साथ फंस गए हैं.
तेंदुआ, कुत्ते पर झपटने की कोशिश नहीं करता क्योंकि वह जानता है कि यह कदम दोनों के लिए घातक हो सकता है. दोनों जानवर अपने जीवन से चिपके हुए हैं क्योंकि वे तालाब में फंसे हुए प्रतीत हो रहे हैं. तेंदुआ बिना किसी हलचल के शांति से पानी में खड़ा हो गया, जबकि कुत्ता उसकी पीठ पर बैठा हुआ था और कुछ हद तक संघर्ष कर रहा था. तेंदुए की आंखों में खौफ साफ झलक रहा है.
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उन्होंने वीडियो को कैप्शन दिया, भारतीय वन सेवा के अधिकारी सुरेंद्र मेहरा (Indian Forest Service officer Surender Mehra) ने वीडियो शेयर किया. "एक तेंदुआ और कुत्ता (leopard and dog) एक साथ जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं, यह सब प्रकृति में जीवित रहने की वृत्ति के बारे में है. जानवर सुरक्षित बाहर आ गए.”
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