ट्रेन के फर्स्ट एसी डिब्बे (first AC compartment) में बिना टिकट यात्रियों (Ticketless Passengers) की भीड़ का एक वीडियो वायरल हो गया है, जिससे रेलवे सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं. स्वाति राज नाम की यात्री ने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए इस बारे में अपनी निराशा ज़ाहिर की और रेलवे से तत्काल कार्रवाई करने को कहा. वीडियो में महानंदा एक्सप्रेस (Mahananda Express) के एसी फर्स्ट टियर डिब्बे में बिना टिकट यात्री कंधे से कंधा मिलाकर खड़े नजर आ रहे हैं.
स्वाति ने पोस्ट में लिखा, ''यह महानंदा 15483 में एसी फर्स्ट टियर की वर्तमान स्थिति है. मैं प्रबंधन से इसे तुरंत जांचने का अनुरोध करती हूं क्योंकि जब हम इसके लिए अतिरिक्त भुगतान कर रहे हैं तो हम सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं.'' उन्होंने वीडियो में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को भी टैग किया.
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यूजर को जवाब देते हुए, रेलवे सेवा ने उनसे तत्काल कार्रवाई के लिए अपना पीएनआर नंबर और मोबाइल नंबर शेयर करने का आग्रह किया.
''हम आपसे अनुरोध करते हैं कि कृपया यात्रा विवरण (पीएनआर/यूटीएस नंबर) और मोबाइल नंबर हमारे साथ डीएम के माध्यम से शेयर करें. रेलवे सेवा ने लिखा, ''आप अपनी चिंता सीधे http://railmadad. Indianrailways.gov.in पर भी उठा सकते हैं या त्वरित समाधान के लिए 139 डायल कर सकते हैं.''
इस बीच, वीडियो ने आक्रोश फैला दिया है और कई इंटरनेट यूजर्स ने स्थिति पर अपना गुस्सा और निराशा ज़ाहिर की है. पहले भी कई यात्रियों ने एसी कोच में यात्रा करने के लिए मोटी रकम खर्च करने के बाद भी होने वाली कठिनाइयों के बारे में अपनी चिंताएं व्यक्त की हैं.
एक यूजर ने लिखा, ''उच्च कीमत चुकाने के बाद यात्रियों को अतिक्रमणकारियों से ऐसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यह भारतीय रेलवे की शर्मनाक विफलता है. टिकट संग्राहक (टीसी) बहुत भ्रष्ट हैं, और ट्रेनों में कोई सुरक्षा नहीं है. ऐसी अव्यवस्थित, भीड़-भाड़ वाली ट्रेनों में यात्रा करने से बेहतर है कि हम उड़ान भरें!'' दूसरे ने कमेंट किया, ''यह हास्यास्पद है. ये बकवास तुरंत बंद करनी होगी. आख़िर ये लोग बिना पास के आत्मविश्वास से ट्रेन में कैसे चढ़ सकते हैं? और वह भी फर्स्ट एसी डिब्बे में घुसे?''
एक तीसरे ने कहा, ''यह बिल्कुल दयनीय है..1एसी टिकट हवाई किराए के करीब हैं...और यही वह सेवा है जो हमें मिलती है.'' चौथे ने कहा, ''एसी कोचों में अनारक्षित यात्रियों की यह घुसपैठ व्यापक प्रतीत होती है. ''सभी के लिए मुफ़्त'' का यह उदासीन रवैया वैध लोगों को उनकी सुरक्षा और आराम से वंचित कर रहा है. रेलवे प्रबंधन और रेलवे पुलिस को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि केवल योग्य यात्री ही आरक्षित डिब्बों में चढ़ें.''
पिछले हफ्ते इसी तरह की एक घटना में, बिना टिकट यात्रियों ने कुंभ एक्सप्रेस (12369) के दूसरे एसी डिब्बे को लगभग अपने कब्जे में ले लिया था, जो हावड़ा जंक्शन और देहरादून के बीच चलती है.
पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, रेलवे ने 2022-23 में 3.6 करोड़ यात्रियों को गलत टिकट पर या बिना टिकट के यात्रा करते हुए पकड़ा, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग एक करोड़ अधिक है.