वर्ल्ड डिजाइनिंग फोरम के अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारतीय फैशन डिज़ाइनर्स ने धूम मचा रखी है. अपनी कलाकारी से वे पूरे विश्व को भारत के आधुनिक वस्त्र और परिधानों की ख़ूबसूरती दिखला रहें हैं, और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की “वोकल फोर लोकल” पहल को फैशन की दुनिया में बढ़ावा दे रहे हैं. वर्ल्ड डिजाइनिंग फोरम एक विश्व स्तरीय संस्था है, जिस से दुनिया के हर कोने के फैशन डिज़ाइनर सदस्य जुड़े हुए हैं. वर्ल्ड डिजाइनिंग फोरम ने इस साल भारत में कई कार्यक्रम आयोजित किए, जिसमे से आगरा और भोपाल में आयोजित कार्यक्रम काफ़ी प्रभावशाली रहे.वर्ल्ड डिज़ाइनिंग फोरम और आगरा विकास प्राधिकरण ने साथ मिलकर आगरा (उत्तर प्रदेश) में एक 45 दिवसीय फैशन फेस्टिवल आयोजित किया; भोपाल (मध्यप्रदेश) में नेशनल हैंडलूम डे के अवसर पर वर्ल्ड डिज़ाइनिंग फोरम और भारतीय फैशन डिज़ाइनर्स ने मिलकर एक भव्य समारोह का आयोजन किया.
इण्डियन फैशन डिज़ाइनर डे के अवसर पर वर्ल्ड डिजाइनिंग फोरम 30 दिसंबर के दिन गाला डिनर और अवार्ड सेरेमनी आयोजित कर रहा हैं. देश के उभरते और चहेते फैशन डिज़ाइनर्स और हस्तियाँ इस समारोह में शामिल होंगे.
16 प्रदेशों के डिज़ाइनर्स अपनी क्षेत्रीय कला अपने अनूठे अन्दाज़ में पेश करेंगे. इस शाम के लिए इस प्रदर्शिनी के साथ-साथ वर्ल्ड डिज़ाइन फोरम एक रोमांचक प्रतियोगिता का भी आयोजन कर रहा है, जहां 11 अलग-अलग प्रदेशों की टीम्स एक दूसरे का सामना करेंगी. यह 11 टीम्स - दिल्ली, महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, गुजरात, झारखंड, छतीस गढ़, आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, तमिल नाडु व केरल राज्य से आएंगी और फैशन का ख़िताब जीतने के लिए एक दूसरे को काँटे की टक्कर देंगी.
कई टीम्स के कैप्टेन चुने जा चुके हैं, उत्तरप्रदेश की टीम का नेतृव्त अदिति जग्गी करेंगी, और गुजरात टीम कैप्टेंसी पूर्वा बुच को सौंपी गई है. केरल से टीम कैप्टन जज़िला के.एम रहेंगी, तमिलनाडु से कविता सेंदुराज, कर्नाटक से आशा एम थॉमस, झारखंड से आस्था किरन, ओडिशा से मशहूर फैशन डिज़ाइनर एवं बिग बॉस के सब्यसाची सत्पथी, और छत्तीसगढ़ टीम कैप्टेंसी की भूमिका प्रिया बावनकर संभालेंगी.
इस प्रतियोगिता में देश के सबसे बेहतरीन डिज़ाइनर्स अपनी कला और हुनर का प्रदर्शन तो करेंगे ही, और साथ ही हमारी हस्तकला और संस्कृति को भी बढ़ावा मिलेगा. किस राज्य की टीम जीत हासिल करेगी, यह तो कहना मुश्किल है परंतु कोई भी टीम जीते - असल जीत भारत और भारतीय संस्कृति की होगी.