एक ट्विटर यूजर सोहिनी एम ने कार की सीट की एक तस्वीर पोस्ट की, जिसमें उबर ड्राइवर (Uber driver) द्वारा लगाए गए नोट को दिखाया गया है. कार की आगे की सीट के पीछे लगे नोट में लिखा है, "मुझे भइया और अंकल मत कहो". ड्राइवर के सेंस ऑफ ह्यूमर ने पूरी तरह से इंटरनेट का दिल जीत लिया है और इसने जल्द ही एक चर्चा शुरू कर दी.
जहां कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने ड्राइवर के जीनियस आइडिया के लिए उसकी सराहना की, वहीं कुछ इस बात को लेकर असमंजस में थे कि ड्राइवर को कैसे संबोधित किया जाए. क्या उन्हें ड्राइवर को "बॉस" कहना चाहिए या उन्हें उसके नाम से पुकारना चाहिए. कुछ ने अपना मजाकिया सुझाव भी जोड़ा. "मजेदार बात यह है कि भैया नहीं इसकी भाया, सोबो और दक्षिण दिल्ली के लोग इसे जानते होंगे." एक अन्य ने टिप्पणी की, "मैं बस हर ड्राइवर को" ड्राइवर साहब "कहता हूं क्योंकि मैंने इसे एक बार किया था और कैबी अभिभूत था क्योंकि 20 वर्षों में किसी ने भी उन्हें साहब नहीं कहा था, और उन्होंने इसके बारे में मुझसे कुछ मिनट बात की थी. मुझे नहीं पता था कि यह इतना प्रभावशाली होगा." जबकि तीसरे ने लिखा, "मैं हमेशा लोगों को बॉस कहने पर अड़ा रहा हूं!"
वायरल ट्वीट का जवाब देते हुए उबर ने करारा जवाब दिया. "जब आपके ड्राइवर पुकारने के बारे में संदेह हो, तो 'ऐप' देखें."
यह पहली बार नहीं है जब उबर सुर्खियों में आई है. जुलाई में रिया कासलीवाल नाम की एक महिला ने अपने कैब ड्राइवर के साथ अपने एक्सचेंज का स्क्रीनशॉट शेयर किया था. उसने कहा कि जब दिल्ली में भारी बारिश हो रही थी, तो उसने ड्राइवर को यह बताने के लिए उबर ऐप के मैसेज फीचर का इस्तेमाल किया कि उसे कहां जाना है.
दोनों के बीच बातचीत यहीं खत्म नहीं हुई, जब कासलीवाल ने पूछा कि क्या वह आ रहे हैं उसे लेने के लिए. तो ड्राइवर ने भी कहा "क्या करुं. मन नहीं करता."
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