North Korea Jeans Ban Reason Law Kim Jong Un: सोचिए, आप नीली जींस पहनकर सड़क पर निकले और अचानक पुलिस आकर आपको गिरफ्तार कर ले. सुनने में अजीब लगता है न? लेकिन उत्तर कोरिया में यह हकीकत है और वहां जींस (north korea dress code) पहनना किसी अपराध से कम नहीं.
कपड़ों पर कड़ी पाबंदी, सोच पर भी नियंत्रण (blue jeans illegal)
उत्तर कोरिया, यानी वो देश जो अपनी कड़े नियमों और तानाशाही के लिए जाना जाता है. यहां के नेता किम जोंग उन अमेरिका के घोर विरोधी हैं और उनका मानना है कि 'ब्लू जींस' अमेरिकी संस्कृति और साम्राज्यवाद का प्रतीक है, इसलिए उन्होंने देश में नीली जींस पहनने पर सख्त प्रतिबंध लगा रखा है. यह कानून सिर्फ एक ड्रेस कोड नहीं, बल्कि एक विचारधारा का हिस्सा है. अगर कोई गलती से भी नीली जींस पहनता है, तो उसे जेल भेजा जा सकता है. जी हां, कपड़ों की वजह से जेल की हवा खाना यहां आम बात है.
सब कुछ तय करती सरकार (jeans pehna jurm kyun)
यहां की सरकार सिर्फ कपड़े ही नहीं, लोगों की सोच पर भी नियंत्रण रखती है. कौन सा कपड़ा पहना जाए, बाल कैसे हों, कौन सा रंग चलेगा...ये सब कुछ सरकार तय करती है. फैशन पुलिस हर समय नजर रखती है कि कोई नियम तो नहीं तोड़ रहा. यहां तक कि अगर कोई दुकानदार नीली जींस (Jeans pahanne par kya punishment hai) बेचते पकड़ा गया, तो उस पर भी भारी जुर्माना और जेल की सजा हो सकती है. अमेरिका से जुड़ी कोई भी चीज़ यहां 'राजद्रोह' मानी जाती है, इसलिए अमेरिकी ब्रांड की शर्ट, पियर्सिंग, हेयर कलर और लेदर जैकेट्स तक पर पाबंदी है.
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कानूनी कार्रवाई और जुर्माना (kim jong un fashion rules)
दुनिया जहां फैशन को आज़ादी की अभिव्यक्ति मानती है, उत्तर कोरिया में उसे समाज के नियंत्रण का तरीका समझा जाता है. वहां के युवाओं के लिए कपड़े सिर्फ पहनावा नहीं, सरकारी आदेश होते हैं. यह सब हमें याद दिलाता है कि आज़ादी की सबसे बड़ी पहचान सिर्फ बोलने की नहीं होती, बल्कि पहनने की भी होती है. जहां हम जींस (North Korea me Jeans ban ka reason) पहनकर खुद को एक्सप्रेस करते हैं, वहीं उत्तर कोरिया के लोग अपनी पसंद के कपड़े पहनने के लिए भी तरसते हैं.
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