- बेंगलुरू के २२ वर्षीय अंशुल उथैया ने अपनी बोरिंग नौकरी से बिना प्लान बी के इस्तीफा दे दिया था
- इस्तीफा देने के बाद अंशुल को जॉब मार्केट की खराब स्थिति और नई नौकरियों की चुनौती का अहसास हुआ
- अंशुल ने सोशल मीडिया पर एक इमोशनल वीडियो साझा किया जिसमें उन्होंने अपनी गलती और पछतावे को स्वीकार किया
आज के दौर में जहां एक तरफ बेरोजगारी युवाओं के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है, वहीं बेंगलुरू के एक 22 वर्षीय युवक अंशुल उथैया (Aanshul Uthaiah) की कहानी ने सोशल मीडिया पर एक नई बहस छेड़ दी है. अंशुल ने अपनी फुल-टाइम नौकरी को 'बोरिंग' बताकर इस्तीफा तो दे दिया, लेकिन अब हकीकत का सामना करने के बाद उनका एक इमोशनल वीडियो वायरल हो रहा है.
बिना 'प्लान-बी' के इस्तीफा देना पड़ी भारी भूल
अंशुल ने सोशल मीडिया पर अपनी आपबीती सुनाते हुए एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह काफी भावुक नजर आ रहे हैं. उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने नौकरी छोड़ने का फैसला बहुत जल्दबाजी में लिया. वीडियो में अंशुल कहते हैं, "मैंने बिना किसी 'प्लान बी' के अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया. मुझे जरा भी अंदाजा नहीं था कि मौजूदा जॉब मार्केट की स्थिति इतनी खराब हो सकती है. अब मुझे अपनी गलती का अहसास हो रहा है."
जॉब मार्केट की कड़वी सच्चाई का हुआ सामना
अंशुल ने वीडियो में बताया कि उन्होंने अपनी पुरानी नौकरी की अहमियत को कम आंका था. इस्तीफा देने के बाद जब उन्होंने नई नौकरियों के लिए इंटरव्यू देना शुरू किया, तो उन्हें समझ आया कि बाहर के हालात उम्मीद से कहीं ज्यादा चुनौतीपूर्ण हैं. उन्होंने अपने वीडियो का कैप्शन दिया है— 'Why is the job market so badddd...' (जॉब मार्केट इतना खराब क्यों है?) वीडियो के अंत में अंशुल लोगों से अपील करते हुए भी दिखे कि अगर किसी के पास कोई जॉब अपॉर्चुनिटी हो, तो उन्हें जरूर बताएं. उनके चेहरे पर पछतावा साफ देखा जा सकता है.
सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस: 'Gen Z' वर्सेज अनुभव
अंशुल का यह वीडियो वायरल होते ही इंटरनेट यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रियाएं देना शुरू कर दिया है. लोग इस मुद्दे पर दो गुटों में बंट गए हैं. एक यूजर ने लिखा, "यह सबक है कि हाथ में दूसरी नौकरी होने से पहले पहली को कभी नहीं छोड़ना चाहिए." कुछ लोगों का मानना है कि नई पीढ़ी (Gen Z) चीजों से बहुत जल्दी ऊब जाती है और बिना सोचे-समझे बड़े फैसले ले लेती है. वहीं, कई यूजर्स ने अंशुल की हिम्मत की तारीफ भी की कि उन्होंने खुलकर जॉब मार्केट की खराब हालत के बारे में बात की और दूसरों को सचेत किया.














