बरगद के पेड़ के अंदर बनी 40 साल पुरानी चाय की दुकान देख हैरान हुए आनंद महिंद्रा, बोले- अगली बार जरूर जाऊंगा

'चाय सेवा का मंदिर' एक बुजुर्ग शख्स अजीत सिंह द्वारा चलाया जाता है. उनके संरक्षक उन्हें 'बाबाजी' के नाम से जानते हैं क्योंकि वह अपने स्टॉल पर आने वाले हर किसी को गर्मजोशी से चाय पिलाते हैं.

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बरगद के पेड़ के अंदर बनी 40 साल पुरानी चाय की दुकान देख हैरान हुए आनंद महिंद्रा

आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) सोशल मीडिया पर हमेशा एक्टिव रहते हैं और अपने फॉलोअर्स के साथ अक्सर जानकारी से भरे वीडियो और तस्वीरें शेयर करते रहते हैं. हममें से ज्यादातर लोग अमृतसर (Amritsar) गए हैं और निश्चित रूप से स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) भी गए ही होंगे. लेकिन, आप में से कितने लोग इस 'चाय सेवा के मंदिर' में गए हैं? ज्यादा लोग नहीं गए होंगे? लेकिन, अपनी अगली यात्रा पर इसे देखने जरूर जाएं क्योंकि महिंद्रा समूह के अध्यक्ष भी ऐसा करने वाले हैं, जैसा कि उन्होंने अपने ट्विटर पोस्ट में बताया है.

'चाय सेवा का मंदिर' एक बुजुर्ग शख्स अजीत सिंह द्वारा चलाया जाता है. उनके संरक्षक उन्हें 'बाबाजी' के नाम से जानते हैं क्योंकि वह अपने स्टॉल पर आने वाले हर किसी को गर्मजोशी से चाय पिलाते हैं. वह कभी भी अपने मेहमानों से पैसे की मांग नहीं करते हैं, लेकिन कई लोग स्वेच्छा से उन्हें पैसे देकर जाते हैं.

रविवार को उद्योगपति ने यूट्यूबर अमृतसर वॉकिंग टूर्स द्वारा बनाया गया वीडियो शेयर किया. यह इस नेक प्रयास के सार को खूबसूरती से प्रस्तुत करता है. वीडियो में अजीत सिंह के निस्वार्थ प्रयासों को दिखाया गया है. वीडियो में एक लंबे समय से ग्राहक भी शामिल था जिसने बाबाजी की अपार उदारता की तारीफ की. विभिन्न चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, वह कभी शिकायत नहीं करते और समर्पित रहते हैं, हर दिन सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक ग्राहकों की सेवा करते हैं.

वीडियो के कैप्शन में आनंद महिंद्रा ने लिखा- अमृतसर में देखने लायक बहुत सारे दर्शनीय स्थल हैं. लेकिन अगली बार जब मैं शहर का दौरा करूंगा, तो स्वर्ण मंदिर के दर्शन के अलावा, मैं इस 'चाय सेवा के मंदिर' का दौरा करने का भी ध्यान रखूंगा जिसे बाबा जाहिर तौर पर 40 वर्षों से अधिक समय से चला रहे हैं.

देखें Video:

एक यूजर ने लिखा, “अगर आप स्ट्रीट फूड सीखना और समझना चाहते हैं तो अमृतसर पालो ऑल्टो जैसी जगह है. स्ट्रीट फूड के लिए इतने सारे प्रयोग और वर्षों से सफलतापूर्वक चल रहे हैं. स्ट्रीट फूड के लिए इसमें मुंह में पानी लाने वाला अनुभव है और उस स्थान पर बहुत सारे प्रयोग होते हैं."

एक अन्य यूजर ने लिखा, “बाबा के शब्द उनकी चाय की तरह ही समृद्ध हैं! इस नश्वर संसार में ऐसी सुंदर आत्मा मिलना बहुत दुर्लभ है. कभी अमृतसर नहीं गया, लेकिन योजना बनाऊंगा.'' 
 

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